Mann Ki Baat: उत्साह के साथ सुना गया PM नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 123वां संस्करण गरियाबंद में श्रद्धा और
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात का 123वां एपिसोड

गरियाबंद:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 123वां संस्करण जिले में उत्साह के साथ सुना गया. 22 भाषाओं में प्रस्तुत होने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी ने योग दिवस पर चर्चा से की. इसके बाद आपातकाल का समय याद कर इसकी आलोचना की और कहा कि इमरजेंसी के समय लड़ने वाले लोगों को याद रखा जाना चाहिए.

इस बीच सेहत पर बात करते हुए उन्होंने खाने में 10 फीसदी तक तेल कम करने की बात दोहराई और लोगों से स्वदेशी सामान खरीदने की अपील भी की.   प्रधानमंत्री मोदी ने देशहित से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को साझा किया और आम जनता को प्रेरणा देने वाले व्यक्तित्वों और घटनाओं का उल्लेख किया. उनके विचारों को सुनकर उपस्थित लोगों ने जोरदार तालियों के साथ समर्थन व्यक्त किया.

कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने वर्ष 1975 में लगाए गए आपातकाल का भी जिक्र किया और उसे लोकतंत्र के लिए एक काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि उस समय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचल दिया गया था, लेकिन भारत की जनता ने इसे नकारा और लोकतंत्र की बहाली की. उन्होंने आपातकाल के खिलाफ संघर्ष करने वालों को याद करते हुए देशवासियों से संविधान की रक्षा के लिए सदैव सजग रहने की अपील की.

कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष अनिल चंद्राकर, गरियाबंद मंडल अध्यक्ष सुमित पारख, बिन्द्रानवगढ़ मंडल अध्यक्ष धनराज विश्वकर्मा, नगरपालिका उपाध्यक्ष आसिफ भाई मेमन, प्रशांत मानिकपुरी भाजपा जिला उपाध्यक्ष पारस ठाकुर, सागर मयानी नरोत्तम साहू, मंडल महामंत्री धनंजय नेताम, राधे सोनवानी, अभिमन्यु ध्रुव, मिलेश्वरी साहू, तरुण ठाकुर सरला उइके, जीवन साहू,अमित बखरिया, प्रतीक सिंह पुरुषोत्तम ध्रुव एवं अन्य भाजपा कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे।