:राजकुमार मल:
भाटापारा- तमिलनाडु की फसल सिर्फ 50 फ़ीसदी। सितंबर में आएगी आंध्र प्रदेश से नई फसल। तब तक नारियल की खरीदी तेजी में ही करनी होगी।
रथ यात्रा से त्यौहार और पर्व के दिन चालू हो रहे हैं। ऐसे में नारियल की खरीदी अनिवार्य है लेकिन इस बार प्रति नग नारियल की कीमत 5 रुपए ज्यादा देनी होगी क्योंकि प्रमुख उत्पादक राज्यों में से एक तमिलनाडु में फसल महज 50 फ़ीसदी ही रह गई है। इसलिए नारियल में जोरदार उबाल आया हुआ है।
सूखा 30 से 35 रुपए
25 से 30 रुपए प्रति नग पर चल रहा सूखा नारियल खुदरा बाजार में अब 30 से 35 रुपए पर पहुंच चुका है। एक मुश्त 5 रुपए की तेजी को खुदरा बाजार इसलिए स्वीकार कर रहा है क्योंकि रथ यात्रा से त्यौहार के दिन चालू हो रहे हैं। जो दीपावली तक बने रहेंगे। इसके अलावा अनिश्चित नई फसल भी खुदरा बाजार को अग्रिम सौदे के लिए तैयार कर रही है।
कच्चा 25 से 30 रुपए
तीन से पांच रुपए की तेजी के बाद कच्चा नारियल 25 से 30 रुपए जैसी कीमत पर पहुंच गया है। खरीदी बेशक कमजोर है लेकिन तेजी की धारणा आगे भी बने रहने की है। इसलिए अग्रिम उठाव इसमें भी होने की खबर है। सूखा नारियल से 5 रुपए कम होने की वजह से भी ग्रामीण क्षेत्र की खरीददारी इसमें ही निकलने की जानकारियां आ रहीं हैं।
बढ़ा बाजार इसका भी
कुल मांग में लगभग 25 फीसदी की हिस्सेदारी रखता है नारियल जूस लेकिन मौसम के तेवर की वजह से यह हिस्सेदारी लगभग 30 से 35 फ़ीसदी तक पहुंचने की खबर है। इससे सूखा नारियल और कच्चा नारियल की उपलब्धता पर विपरीत प्रभाव पड़ा। यह स्थिति अभी भी बनी हुई है। कीमत की बात करें तो पांच से दस रुपए की तेजी के बाद जूस क्वालिटी नारियल 70 से 75 रुपए प्रति नग पर मजबूत है।