Rajasthan Latest News : देशी विदेशी सैलानियों के साथ आए दिन हो रही धोखाधड़ी, जिससे खराब हो रही है जैसलमेर की छवि
Rajasthan Latest News : जैसलमेर ! राजस्थान में जैसलमेर के विश्व विख्यात सम के धोरों पर ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए बड़ी संख्या में फर्जी टेंट रिसोर्ट से देशी विदेशी सैलानियों के साथ हो रही धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए सम कैंप एंड वेलफेयर सोसायटी ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर ऐसे रिसोर्ट्स के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
सोसायटी ने कलेक्टर के साथ ही विभिन्न ऑनलाइन वेबसाइट को भी मेल भेजकर फर्जी रिसोर्ट को अपने वेबसाइट से हटाने की मांग की है।
सम में वास्तविकता में करीब 150 वास्तविक रिसोर्ट हैं, लेकिन अलग-अलग ऑनलाइन वेबसाइट पर 400 से ज्यादा दिखाये जा रहे हैं। खाली जमीन पर भी रिसोर्ट बता रहे हैं, जबकि वास्तविकता में वहां कुछ भी नहीं है। ऐसे में यहां आने वाले सैलानी ऑनलाइन रिसोर्ट बुक करके धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं।
इस ज्ञापन के बाद हरकत में आये पर्यटन विभाग ने आदेश जारी करके जैसलमेर जिले में संचालित पर्यटन की ऑनलाईन बुकिंग में सूचीकरण की अनियमितताओं के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों को दृष्टिगत रखते हुए पर्यटन विभाग द्वारा जिले में संचालित समस्त होटल्स, रिसोर्ट और केम्पींग साईट्स इत्यादि पर्यटन इकाईयों के भौतिक सत्यापन प्रमाणीकरण संबंधी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
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सम एवं खुहड़ी के रेतीले टीलों पर कैमल सफारी, जीप सवारी के साथ अन्य रोमांचक गतिविधियां पर्यटकों को काफी आकर्षित करती हैं। साथ ही रेत के धोरों पर सपनों के महल के भांति बने रिसॉर्ट्स मन मोह लेते हैं। कहा जाता है कि सम के मखमली धोरों के बीच बने इन रिसॉर्ट्स में रात गुजारे बिना यहां का पर्यटन अधूरा होता है।
यही कारण है कि हर वर्ष करीब 200 करोड़ से ज्यादा का व्यापार सम शहर से होता है, लेकिन पर्यटक जब जैसलमेर के सम रेत के धोरों में पर पहुंचते हैं तो वहां उन्हें ठगे जाने का पता चलता है, क्योंकि उन्होंने जिस रिसॉर्ट में बुकिंग की थी, वहां मौके पर उन्हें कुछ नहीं मिलता। वहां पहुंचकर उन्हें पता चलता है कि वो ठगी के शिकार हो चुके हैं। हर वर्ष ये मामले करीब दोगुने हो रहे हैं.
सम कैंप एवं रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष कैलाश कुमार व्यास ने बताया कि विश्व विख्यात पर्यटन स्थल जैसलमेर में सम मेें देशी विदेशी पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां पर सैलानियों के साथ धोखाधड़ी की वारदातों में भारी उछाल देखा जा रहा है। कई नकली रिसोर्ट विभिन्न ऑनलाइन वेबसाइट पर सूचीबद्ध हैं। वास्तविकता में धरातल पर इस नाम या इस स्थान पर कोई रिसोर्ट है ही नहीं। ऐसे में आए दिन सैलानी इस धोखाधड़ी के शिकार होकर ठगे जा रहे है। जिससे जैसलमेर की छवि खराब हो रही है।
Rajasthan Latest News : उन्होंने बताया कि वेलफेयर सोसायटी ने खराब हो रही छवि को रोकने के लिये सम कैंप एवं रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी ने कलेक्टर प्रतापसिंह को ज्ञापन सौंपकर सम में ऑनलाइन फर्जी रिसोर्ट पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। सोसायटी ने ज्ञापन में बताया कि ऑनलाइन दिखाई देने वाले रिसोर्ट धरातल पर है ही नहीं। ऐसे में सैलानी ऑनलाइन बुकिंग करके सम तो पहुंच जाते हैं, लेकिन उन्हें वहां कोई रिसोर्ट नहीं मिलता। जिससे वे इधर-उधर भटकते हुए परेशान होने के साथ ही धोखाधड़ी का भी शिकार हो जाते हैं। इस धोखाधड़ी से जैसलमेर की एक हजार करोड़ रुपये की पर्यटन इंडस्ट्री खतरे में है।