बिरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूता की मौत के बाद हंगाम हो गया. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतका के पति ने मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीएमएचओ) और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.
पीड़ित दीपक निषाद ने बताया कि उसकी पत्नी साक्षी निषाद को लेबर पेन होने पर बिरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. दोपहर 2 बजे उसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया, लेकिन रात 2 बजे तक उसे तीव्र दर्द की शिकायत होने लगी.
परिजनों ने बताया कि उन्होंने कई बार स्वास्थ्य कर्मियों को सूचित किया, लेकिन ड्यूटी पर कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था और स्टाफ ने उन्हें “परेशान न करने” को कहा. अंततः एक वार्ड बॉय ने इंजेक्शन लगाया, जिसके 5 मिनट बाद ही साक्षी की सांस फूलने लगी और उसकी मौत हो गई. उसे मेकाहारा अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.