बस्तर में नक्सल उन्मूलन की दिशा में ऐतिहासिक दिन, बंदूक छोड़ संविधान अपनाने वालों का स्वागत —CM विष्णु देव साय

श्री साय ने कहा कि बड़ा दुःख होता है कि नक्सलवाद के कारण मरने वाले और मारने वाले दोनों को बहुत तकलीफ हुई। हमने सतत अध्ययन कर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बेहतर से बेहतर पुनर्वास नीति तैयार की। इसी का परिणाम है कि आज माओवाद का रास्ता छोड़कर विकास की धारा से जुड़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ जब 210 से ज्यादा लोगों ने एक साथ आत्मसमर्पण किया हो, यह सब हमारी सरकार की पुनर्वास नीति से संभव हो रहा है। जिसमे आवास समेत अन्य जरुरी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। आवास नीति में भी हमने विशेष प्रावधान किया है, साथ ही नई उद्योग नीति में भी कई तरह के प्रावधान हैं। उन्होंने आत्मसमर्पित नक्सलियों के भविष्य को लेकर कहा कि हम उन्हें सरकार की सभी योजनाओं का लाभ प्रदान करेंगे ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो।

        मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि ऐसा क्षेत्र जो नक्सलवाद के कारण विकास की पहुँच से अछूता था, वहां सरकार की योजनाओं का लाभ पहुँच रहा है। नियद नेल्लानार जैसी योजनाओं के तहत इन क्षेत्रों में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। पक्की सड़कों से कनेक्टिविटी बढ़ रही है। श्री साय ने कहा कि आत्मसमर्पित लोगों को 3 वर्ष तक आर्थिक सहायता प्रदान किया जाएगा। जिससे उनका जीवन अच्छा और अभावरहित बीत सके।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा कहा कि ने आज का दिन बस्तर के लिए ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल पर हम अपने संकल्प पूर्ति की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।  बस्तर की जनता के मनोभाव के अनुरूप आज माओवादी संगठन के 210 लोगों ने पुनर्वास करने का निर्णय लिया और नये जीवन को चुना। सरकार से बड़ा समाज होता है यह सोचकर माओवाद संगठनों ने समाज के समक्ष पुनर्वास का निर्णय लिया गया। आज बस्तर में समाज के मानबिंदु मांझी, चालकी, गायता और पुजारियों ने समाज की मुख्यधारा में उनका में स्वागत किया।

उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि जल्द ही और भी लोग हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करने जा रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री ने 31 मार्च 2026 तक माओवाद के खात्मे का संकल्प किया था, यह संकल्प पूरा हो रहा है। मुख्यधारा में वापसी को लेकर ललक बढ़ रही है।

आत्मसमर्पित लोगों के पुनर्वास को लेकर हमारी नीति स्पष्ट रूप से समझाई जा रही है। आज माड़ डिविजन की पूरी कमेटी, गढ़चिरौली की कमेटी, कंपनी वन, कंपनी दस, संचार टीम, प्रेस टीम, डॉक्टर टीम पूरी ने आत्मसमर्पण किया है। अब उत्तर पश्चिम क्षेत्र पूरी तरह क्लियर हो चुका है।

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