:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली। विश्व हिन्दू परिषद प्रखण्ड सरायपाली द्वारा गोपाष्टमी पर्व के पावन अवसर पर ग्राम जोगनीपाली पंचायत भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन गौवंश के प्रति सम्मान, सुरक्षा और श्रद्धा के भाव को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से किया गया था।
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुआ। ग्राम पुजारी जय गिरी द्वारा गो पूजन एवं आरती की गई। गोमाता के समक्ष दीप प्रज्वलन, भजन-कीर्तन एवं गोआराधना के साथ पूरे वातावरण में भक्ति और समर्पण की भावना व्याप्त रही। ग्रामीणों ने गाय की परिक्रमा कर गोमाता की सेवा और संरक्षण का संकल्प लिया।

इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद की जिला संयोजिका डॉ. अनीता चौधरी ने कहा कि “गाय केवल एक पशु नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा है। गोवंश हमारी आस्था, कृषि और अर्थव्यवस्था का मूल आधार रहा है। इसकी रक्षा और सेवा हमारा नैतिक एवं धार्मिक दायित्व है।”
कार्यक्रम में प्रखण्ड संयोजिका डॉ. नमिता साहू व प्रखंड अध्यक्ष महेश नायक ने उपस्थित जनसमूह को बौद्धिक संबोधन देते हुए कहा कि “गौमाता की सेवा करने वाला समाज सदा समृद्ध और संस्कारी रहता है। हमें गोवंश की सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए और अपने बच्चों में भी यह संस्कार जागृत करना चाहिए। विश्व हिन्दू परिषद सदैव गौ-संवर्धन और गौ-रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहा है। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने गांवों में गोवंश की देखरेख, चारा-पानी और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें।

इस अवसर पर जगदीश पटेल सहित परिषद के अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जयप्रकाश साहू , शोभा चौधरी , शकुंतला चौधरी , गंगा बाई सिदार , प्रेमकुमारी भोई , यशोदा चौधरी , तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं एवं पुरुष शामिल हुए।
इस आयोजन में लगभग 250 श्रद्धालुगण उपस्थित रहे, जिन्होंने भक्ति और समर्पण की भावना से गोमाता की पूजा में भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में प्रसाद वितरण किया गया और सभी ने गोसेवा का संकल्प लिया।

ग्राम जोगनीपाली में आयोजित यह गोपाष्टमी पर्व केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संस्कार, समर्पण और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक बन गया। विश्व हिन्दू परिषद का यह प्रयास समाज में गौवंश के प्रति जागरूकता और संरक्षण की भावना को और सशक्त करेगा।