0 सरपंच सहित ग्रामीणों ने कलेक्टर व शिक्षा अधिकारी को सौपा ज्ञापन
भानुप्रतापपुर। युक्तियुक्तकरण के चलते ग्राम चिचगांव में वर्षो से संचालित प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाई स्कूल के तीन शिक्षको को अतिशेष किये जाने से ग्राम के बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। जिसे लेकर सरपंच शशि उइके, पंचगण, हरेश चक्रधारी सहित भारी संख्या में ग्रामीण शुक्रवार को जिला कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एवं जिला शिक्षा अधिकारी कांकेर के समक्ष मुलाकात करते हुए अपनी समस्या रखी गई। व अतिशेष शिक्षको यथावत रखने एवं प्रधान पाठक राधेश्याम देवांगन को चिचगांव से हटाने की मांग की है।
शशि उइके एवं हरेश चक्रधारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे ग्राम चिचगांव में प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला हाई हायर स्कूल संचालित हो रही है। पूर्व में पर्याप्त शिक्षक होने के कारण स्कूल में शिक्षा व्यवस्था सही तरह से चल रही थी। लेकिन हालही में प्रदेश सरकार के द्वारा युक्तियुक्तकरण के चलते बेवजह प्राथमिक से शिक्षिका चम्पा ठाकुर, माध्यमिक से शिक्षिका चन्द्रिका सोनी एवं हाई स्कूल से उदय राम तिग्गा एवं गोडोपारा प्राथमिक स्कूल से देवधर ठाकुर शिक्षक को अतिशेष बताते हुए अन्य शाला में स्थानांतरण कर दिया गया। जिसके चलते स्कूल में शिक्षकों का अभाव हो गया। व बच्चों की शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि राधेश्याम देवांगन पिछले वर्ष जनवरी 2024 में चिचगांव में प्रधान पाठक बनकर आये। जब से वे चिचगांव में पदस्थ हुए है। लेकिन वे अध्यापन कार्य कराने के बजाय अधिकांश समय अवकाश में काट रहे है। वर्तमान में 45 दिनों के अवकाश पर है। संस्था में उनका नाम होने से एक माध्यमिक शाला से शिक्षिका चन्द्रिका सोनी को अतिशेष बतात्ते हुए उनका दूसरे स्कूल में स्थानन्तरित कर दिया गया।ग्रामीणों ने अधिकारी से मुलाकात करते हुए राधेश्याम देवांगन का स्थान्तरण करते हुए शिक्षिका चन्द्रिका सोनी को यथावत रखने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि चिचगांव में प्राथमिक शाला 1932 से संचालित हो रही है। यहा से अध्ययन करते हुए बच्चे हर क्षेत्र में गौरान्वित कर रहे है। चिचगांव का प्राथमिक स्कूल ऐतिहासिक है। शासन के नियम के अनुसार ऐतिहासिक स्कूल को मर्ज नही किया जा सकता है। इसके बावजूद स्कूल को मर्ज किया गया है। जिसे भी मुक्त रखने की मांग की गई।
इस अवसर पर पंचगण लक्षित पटेल, ईश्वर चक्रधारी,कुंवरबत्ती कोला,देवनाथ कड़ियाम, रामेश्वरी दुग्गा, अगबत्ती गावड़े, मनेशिया निषाद,अनुसुइया चक्रधारी, रजलाल नेताम, दुलारी कोर्राम, हसदेव दर्रो,भारती उइके, द्रौपती कोर्राम,सुनती तारम ग्रामीण सुमन कोला, श्यामलाल दरपट्टी, सुंदर दुग्गा, कृष्णा चक्रधारी सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।