Tuberculosis : कोरोना के बाद बढ़े 30 फीसदी टीबी के मरीज
कोरोना महामारी के पहले औसतन 70 से 80 पॉजिटिव आते थे
कोरोना के बाद रायपुर जिले में 100 से 110 आ रहे टीबी के मरीज
विशेष संवाद्दाता
रायपुर। कोरोना महामारी ने छत्तीसगढ़ में टीबी रोगियों की संख्या बढ़ा दी है। जिला क्षय केंद्र कालीबाड़ी के डेटा से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
Also read :Dantewada Latest News : नारी निकेतन में प्रताड़ित की जा रही हैं महिलाएं…पढ़िये पूरी खबर
कोरोना से पहले साल 2019 की तुलना में वर्तमान में टीबी रोग के पॉजिटिव मरीजों की संख्या में 20 से 30 फीसदी बढ़ी है। इस रिपोर्ट से एक बात साफ हो गई है कि कोरोना महामारी ने लोगों को शारीरिक रुप से कमजोर कर दिया है।
दरअसल, जिला क्षय केंद्र कालीबाड़ी पर पहले रोज करीब 150 से 200 लोग टीबी की जांच कराने आते थे, जो अभी आ रहे हैं, लेकिन पॉजिटिव मरीजों की संख्या पहले कम आती थी।
डॉक्टरों का भी कहना है, मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
इतने बढ़ गए मरीज
जानकारी के मुताबिक रायपुर जिले में कोरोना से पहले साल 2019 में जांच के दौरान टीबी पॉजिटिवों की संख्या 70 से 80 तक थी, लेकिन कोरोना के बाद टीबी पॉजिटिवों की संख्या 100 से 110 तक पहुंच गई है, जो पहले की तुलना में पॉजिटिव मरीजों की संख्या में 30 अधिक है।
हर साल 5 हजार से अधिक टीबी मरीज
जानकारी के मुताबिक रायपुर जिले में हर साल करीब ४ हजार से अधिक टीबी मरीज मिलते थे। अब टीबी मरीज करीब ५ हजार से अधिक हो गई है।
फेफड़े पर करता है हमला
जानकारों के मुताबिक माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु की वजह से टीबी बीमारी होती है।
यह संक्रमण ज्यादातर फेफड़ों पर हमला करता है, लेकिन फेफड़ों के अलावा शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित कर सकता है।
टीबी रोगियों को कोरोना का खतरा अधिक
टीबी के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, इसलिए कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक होता है। ऐसे में मरीजों को सतर्कता बरतना जरूरी है।
विशेषकर उन मरीजों को जो पहले से फेफड़ों की समस्या से जूझ रहे हैं। लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती है।
कोरोना महामारी के बाद जिले में करीब २० से ३० फीसदी टीबी के मरीजों की संख्या बढ़़ी है। जांच में पॉजिटिव मरीज भी पहले से अधिक मिल रहे हैं।
डॉ. अविनाश चतुर्वेदी, जिला क्षय अधिकारी