चाहिए 170,हैं मात्र 72
राजकुमार मलबलौदाबाजार-भाटापाराचाहिए 170, हैं मात्र 72। इसलिए शेष 78 की भी जिम्मेदारी उठा रहे हैं यह 72 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी। यह तब, जब सुशास...
मरम्मत और भंडारण की गति हुई धीमीराजकुमार मल
भाटापारा। अंतरप्रांतीय और अंतरजिला ही नहीं, स्थानीय मांग भी नहीं है पुराने बारदानों में। इसलिए ओल्ड जूट बैग 12 से 18 रुपए प्रति नग ...
पर्यावरण सुधार के लिए है प्रमाणिक
राजकुमार मलभाटापारा- मजबूत और तीखे कांटे। पहचान है इन पांच वृक्षों के लेकिन इसके ही दम पर फसलों की रक्षा तय की जाती है। बेमिसाल इसल...
एसएसबी केवटी, 5 दिवसीय कृषि तकनीक कार्यशाला का आयोजन
संजय सोनी
भानुप्रतापपुर। 33 वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल. केवटी ने नागरिक कल्याण कार्यक्रम के अर्तगत एवं कृषि विज्ञ...
दो बार काटी जा सकती है फसल
राजकुमार मल
भाटापारा। सभी तरह की मिट्टी में की जा सकती है खेती। उर्वरक और सिंचाई पानी सबसे कम क्योंकि बेहद गहराई तक जाती है इसकी जड़ें। नाम है मेहंदी,...