भोपाल. मध्यप्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष और आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के विवादित बयान ने प्रदेश में नया बवाल खड़ा कर दिया है। हाल ही में एक सार्वजनिक मंच पर ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर कहा था कि जब तक ब्राह्मण अपनी बेटी दान न करे तब तक आरक्षण मिले। आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के इस बयान ने न केवल ब्राह्मण समाज की भावनाओं को आहत किया है, बल्कि सामाजिक सौहार्द पर भी खतरा पैदा कर दिया है।
समाज के प्रतिनिधियों ने आज रायपुर के कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।और कहा कि संतोष वर्मा एक प्रशासनिक अधिकारी हैं, जिन्हें नियम–कानून की पूर्ण जानकारी है। इसके बावजूद इस तरह का अमर्यादित बयान देना उनकी “संकीर्ण मानसिकता” को दर्शाता है। समाज ने कहा कि यह टिप्पणी समाज की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाली और सामाजिक तनाव बढ़ाने वाली है।
ब्राह्मण समाज ने मांग की है कि उनके खिलाफ तत्काल भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 298, 299, 153, स्त्री अशिष्ट रूपण प्रतिषेध अधिनियम की धारा 4, एवं आईटी एक्ट सेक्शन 67 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया जाए। साथ ही, एक जिम्मेदार अधिकारी होने के बावजूद ऐसी टिप्पणी करने पर उनके खिलाफ कठोर प्रशासनिक कार्रवाई की भी मांग की गई है।