Sarapali to Sarangarh : सरायपाली से सारंगढ़ मार्ग अत्यधिक जर्जर : आइये जरा संभल कर चले इन गड्ढों के शहर में….पढ़े पूरी खबर

Sarapali to Sarangarh

दिलीप गुप्ता

Sarapali to Sarangarh :  पैदल व वाहन चलाना भी मुश्किल 4 वर्षो बाद भी सड़क निर्माण अपूर्ण
 केंद्रीय परिवहन मंत्री गडकरी से की गई थी शिकायत

 

Sarapali to Sarangarh :  सरायपाली !  सरायपाली से सारंगढ़ के बीच व खासकर गोमर्डा जंगल तक 20 किलोमीटर की सड़क आज 9 वर्षो बाद भी अधूरी है । इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर दिए जाने के बाद भी इस सड़क का उद्धार नही हो सका है । गोमर्डा जंगल से सारंगढ़ तक सड़कें कुछ ठीक ठाक है पर सरायपाली अनुविभाग की सड़कें क्यों नही बनाई जा रही है यह समझ से परे हैं ।

सड़क निर्माण के लिए सैकड़ो किसानों , ग्रामीणों व भाजपा के पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल के नेतृत्व में विगत 3/2/23 को सड़क पर चक्का जाम भी किया गया था । इस संदर्भ में सारंगढ़ बिलाईगढ़ के कलेक्टर द्वारा मुख्य अभियंता रायपुर को पत्र क्रमांक 468/ 2023 दिनांक 7/2/23 को पत्र लिखकर इसके शीघ्र निराकरण किये जाने का निर्देश भी दिया गया था । इसके साथ ही इसकी शिकायत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पूर्व भाजपा विधायक त्रिलोचन पटेल द्वारा की गई थी किंतु इसके वावजूद आज भी सड़क जस की तस है । ठेकेदारों द्वारा अधूरे निर्माण कार्य किये जाने व काम बंद कर दिए जाने से पूरे मार्ग पर बड़े बड़े गड्ढे हो जाने से आवागमन में भारी मुश्किले आ रही है ।

Sarapali to Sarangarh : सरायपाली से रायगढ़ की दूरी मात्र 90 किलोमीटर है। सरकार की एक योजना के अनुसार सरायपाली को सीधे रांची तक जोड़े जाने हेतु इस राज्य स्तरीय सड़क मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग 216 के रूप में परिवर्तित कर 329. 71 करोड़ रुपये की राशि मंजूर कर इसे चौड़ीकरण के साथ ही सीमेंटेड रोड बनाया जाना था। किंतु 2015 से शुरू हुवे इस राजमार्ग का काम आज वर्षों बाद भी पूर्ण नहीं हो सका है। दुखद यह कि मात्र 90 किलोमीटर के इस सड़क निर्माण कार्य को देश के नामी गिरामी कंपनियों ने भी प्रारंभ कर अधूरा छोड़कर भाग गए।

इस दौरान 2 ठेकेदार बदल गए अब इस अधूरे निर्माण कार्य से आम जनता व वाहन चालको को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार इस 90 किलोमीटर सड़क मार्ग का कार्य सर्वप्रथम ऐरा कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था। ऐरा कंपनी ने 2015 से 2017 तक काम करने के बाद वह कंपनी काम छोड़कर भाग गई। उसके बाद ग्रोवर कंपनी ने काम संभाला वह 2018 से 2021 तक सड़क निर्माण किया गया । इस कंपनी को ऐरा कंपनी का पेटी कांट्रेक्टर के रूप में माना जा रहा था ।

पर वह भी आधा कार्य छोड़कर चली गई । इस सड़क निर्माण को 2 वर्षो में पूर्ण किया जाना था पर आज 9 वर्षो बाद भी अधुरा है । प्रश्न यह है कि आखिर मात्र 90 किलोमीटर की सड़क बनाने में 2 बड़ी सड़क निर्माण कंपनी काम छोड़कर क्यों चली गई और इतनी छोटी सड़क आखिर पूर्ण हो क्यों नही रहा है ।

 

कुछ तो कारण है कि मात्र 90 किलोमीटर की सड़क निर्माण के लिए 2-3 बड़ी कंपनियां भी पीछे क्यों हट गई ? सारंगढ़ से रायगढ़ के बीच जो भी सड़के बनाई गई है वह भी गुणवत्ता युक्त नही है। सीमेंट की सड़कें भी अनेको जगहों से क्रेक हो चुकी है । राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित होने के बाद भी सबसे बेहाल सड़क कोई है तो वह यही है ।

ज्ञातव्य है कि इस सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा राज्य में भाजपा शासन काल के समय मिला था। इस 90 किलोमीटर की सड़क के लिए सरायपाली से लगभग 20 किलोमीटर दूरी पर गोमर्डा वन्य क्षेत्र पड़ता है। इस 10 किलोमीटर क्षेत्र को हाईवे में शामिल इसलिए नहीं किया गया कि सड़क निर्माण के लिए वन विभाग से अनुमति नही मिली जिसकी वजह से इस क्षेत्र को शामिल नहीं किया गया। उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी वह विभाग भी सरकार के अंदर था किंतु इसके बाद भी लगभग इस 10 किलोमीटर वन्य क्षेत्र को सरकार स्वीकृति नहीं दिला पाई । जिसकी वजह से यह टुकड़ा नए मार्ग की सुविधा से वंचित हो गया है ।

अभी वर्तमान में यह सड़क सरायपाली सीमा जो कि लगभग 20 किलोमीटर है। कंही भी कार्य प्रारंभ पूरी तरह से नही हुआ है। नवागड़ के पास कुछ मीटर तक ही सड़क वह भी एक तरफ बनी है। बोड़सरा तक एक ही एक तरफ खुदाई कर छोड़ दिया गया है। अभी भी अनेको पल व पुलियो का निर्माण पूर्ण नही हुआ है ।

इन ठेकेदारों के लेटलतीफी व धीमी कार्यों व लापरवाही की वजह से लगभग 40 किलोमीटर की सड़कें आधी अधूरी है। इस बीच कई पूल पुलियों का निर्माण भी हुवा पर आज भी बोड़सरा, नवागड़ व सारंगड़ जाने तक सभी पुल अधूरे हैं। इन पुलियों के आसपास की सड़कों को भी नहीं बनाया गया। पुलों के बाजू से अप्रोच रोड तो बना पर कच्चा होने से जगह जगह गड्डों व कच्ची मिट्टी के कारण धूल से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन स्थानों पर आए दिन छोटी मोटी दुर्घटनाएं भी हो रही है।

इस खराब व अधूरे सड़क निर्माण से हो रही परेशानियों को देखते हुवे इसकी जानकारी सरायपाली के पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल द्वारा दिल्ली प्रवास के दौरान महासमुन्द के पूर्व सांसद चुनीलाल साहू के निवास पर दी गई थी व इसकी शिकायत सांसद श्री साहू द्वारा 5 अगस्त को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को ज्ञापन के माध्यम से दी गई थी ।

Raipur Breaking : छत्तीसगढ़ सीएम सचिवालय के अधिकारियों का ट्रांसफर,सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी किया गया आदेश, आइये देखें सूची

Sarapali to Sarangarh : इसे संज्ञान में लेते हुवे श्री गडकरी ने तुरंत कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया था। इसी तारतम्य में मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग की एक टीम सड़क के निरीक्षण के लिए आई थी व सड़क की दुर्दशा व आवश्यकता को देखते सड़क निर्माण कार्य तुरंत प्रारम्भ किये जाने का आश्वासन भी दिया गया था किंतु कार्यवाही क्या हुई इसकी कोई न जानकारी है न ही कार्य प्रारंभ हुआ है ।