:संजय सोनी:
भानुप्रतापपुर: शासकीय महर्षि वाल्मीकि स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शनिवार को
एनएसएस इकाई के तत्वावधान में राज्य की रजत जयंती के अवसर पर एक भव्य रैली
और नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य रश्मि सिंह के
संरक्षण एवं दिशा निर्देश में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय के छात्रों और स्थानीय नागरिकों को छत्तीसगढ़ सरकार की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करना और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के संकल्प को मजबूत करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक कमल किशोर प्रधान ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ ने अपनी 25 वर्षों की यात्रा में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं, और अब इन उपलब्धियों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी युवाओं की है।
श्री प्रधान ने जोर देकर कहा कि युवा वर्ग को अपनी ऊर्जा, कौशल और दृढ़ संकल्प के साथ प्रदेश को एक नई दिशा देनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि रजत जयंती समारोह का असली सार यही है कि छात्र केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें, बल्कि समाज और राज्य के सर्वांगीण विकास में सक्रिय भागीदारी निभाएँ।
उनका मानना था कि 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ का सपना तभी साकार होगा, जब आज की युवा पीढ़ी जागरूक और जिम्मेदार बनेगी।

श्री प्रधान ने हरी झंडी दिखाकर रजत जयंती रैली को रवाना किया। यह रैली महाविद्यालय परिसर से शुरू होकर ग्राम पंचायत कराठी के पद्दा पारा तक पहुँची। इस रैली में एनएसएस के स्वयंसेवकों सहित महाविद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
रैली के समापन के बाद, विद्यार्थियों ने पद्दा के रंगमंच पर एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक का मंचन किया।
इस नाटक के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य की 25 वर्षों की प्रगति, सामाजिक-आर्थिक स्थिति, स्वास्थ्य सेवाओं और विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं को कलात्मक रूप से दर्शाया गया। नाटक का मुख्य संदेश था कि राज्य की योजनाओं को सफल बनाने के लिए नागरिकों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
एनएसएस के सहायक कार्यक्रम अधिकारी योगेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि कोई भी सरकारी योजना तभी सफल होती है, जब समाज उसके उद्देश्यों को समझकर उसमें सक्रिय रूप से भाग लेता है। यह पूरा आयोजन एनएसएस सहायक कार्यक्रम अधिकारी योगेश यादव के नेतृत्व में हुआ। इस मौके पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, अधिकारी-कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।