Police- विहिप-बजरंगदल की कार्यवाही, पुलिस ने कराया बन्द

रामपाल के अनुयायी सनातन धर्म के खिलाफ कर रहे थे दुष्प्रचार

दिलीप गुप्ता
सरायपाली। नगर के नए मंडी में संत रामपाल के अनुयायियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उपस्थित भक्तजनों व अनुयायियों को सनातन धर्म के खिलाफ जानकारी दी जा रही थी। इसकी सूचना मिलते ही नगर में विहिप व बजरंगदल के के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को सूचना देने के बाद नई मंडी पहुँच कार्यक्रम को बन्द कराया।
इस संबंध ने विहिप व बजरंग दल ने कहा कि विगत कुछ वर्षों से हमारे देश के एक कुख्यात अपराधी जिस पर हत्या , अपहरण , देशद्रोह और अवैध सामग्रियों के संग्रहण जैसे जघन्य अपराधों के अनगिनत मामले दर्ज हैं और जो वर्षों से जेल में बंद है । उसी तथाकथित संत रामपाल के दूषित और विकृत विचारधारा को हमारे छत्तीसगढ़ में उनके अनुवाइयों द्वारा दूषित और विकृत विचारों से भरे हुए साहित्यों को समाज में वितरण कर जिसमें उपलब्ध विषय और विचारों से हमारे सनातन धर्म की धार्मिक मान्यताओं और आस्था आहात होती ह।
गत कुछ वर्षों में हमारे महासमुंद जिले में भी इनकी सक्रियता बहुत तेजी से बढ़ी है। उनसे जुड़े व्यक्तियों द्वारा छोटे बड़े शिविरों के माध्यम से भोले भाले सैकड़ों हिंदुओं को एकत्रित कर उन्हें लंबे चौड़े मनगढंत भाषणों में सनातन धर्म की अपने लाभ के अनुरूप अशुद्ध, अभद्र व्याख्या कर उनका वैचारिक रूप से मतांतरण करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी संदर्भ में 18 मई को सुबह ही सरायपाली के नई कृषि उपज मंडी में भी ऐसा एक आयोजन हो रहा था जिसकी सूचना कार्यकर्ताओं को मिलने के पश्चात कार्यकर्ताओं द्वारा उस आयोजन की वीडियोग्राफी की गई जिसमें प्रोजेक्टर के द्वारा अपने दूषित , विकृत और विषैले भाषणों से हमारे सनातन धर्म की धार्मिक मान्यताओं पर कुठाराघात किया जा रहा था जिसका विरोध विश्व हन्दु परिषद् एवं बजरंग दल, धर्म जागरण एवं हिन्दू समाज द्वारा किया गया। इस घटना पर लिखित शिकायत भी दर्ज कराई गई है और प्रशासन एवं पुलिस विभाग को लिखित और मौखिक रूप से आग्रह किया गया है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों पर यदि अंकुश नही लगाया गया इससे समाज में तनावपूर्ण वातावरण निर्मित होगा जिससे शांति भंग होने की संभावना बनी रहेगी।
बजरंग दल ने बताया कि यह शिविर सुबह के समय गुप्त रूप से आरंभ किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण और भोले-भाले हिंदू जनसमुदाय को आमंत्रित किया गया था। उपस्थित प्रवर्तकों द्वारा सनातन धर्म की मूल संहिताओं जैसे भगवतगीता पुराण, देवी-देवताओं की पूजा, मंदिर परंपरा आदि को भ्रमित और विकृत तरीके से प्रस्तुत कर यह सिद्ध करने का प्रयास किया गया कि वर्तमान हिंदू परंपराएं भ्रामक हैं और केवल एक विशेष विचारधारा ही सत्य है।
वीडियो रिकॉर्डिंग में खुला सनातन विरोधी षड्यंत्र
कार्यकर्ताओं द्वारा की गई वीडियोग्राफी में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि कथित प्रवक्ता बार-बार सनातन देवी-देवताओं का अपमान कर रहे हैं, सनातन ग्रंथों का उपहास उड़ा रहे हैं और यह कह रहे हैं कि आज तक हिंदू समाज अंधकार में था, अब एकमात्र सत्य यही है। यह न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है, बल्कि भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के अंतर्गत दंडनीय अपराध भी है।
इस अवसर पर मयंक पाणीग्राही, गुड्डू जायसवाल, शेषाचार्य महाराज, योगेश शर्मा, विकाश महापात्र, प्रदीप साहू, कौशल पटेल, विवेक शर्मा, राज गोस्वामी, अर्जुन कुजूर, राकेश पाणीग्राही, नरेंद्र मांझी, मनीष साहू एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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