तीन ट्रक चावल जब्त
बकावंड की राइस मिल से चावल बरामद, तहसीलदार ने मारा छापा
बकावंड। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के चावल की अफरा तफरी में संलिप्त बड़े इंटर स्टेट नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। बकावंड तहसीलदार नितेश वर्मा के नेतृत्व में खाद्य एवं पुलिस विभाग ने छोटे देवड़ा स्थित नारायण राईस मिल में रात 9 बजे छापामार कार्रवाई की। जहां से 3 ट्रकों में 1500 बोरी से अधिक पीडीएस का चावल बरामद हुआ है।
वाहन चालकों के बयान के अनुसार उक्त ट्रक आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा की स्वातिस्क राईस मिल से चावल भरकर ओडि़शा के लिए निकले थे। राईस मिल के दस्तावेजों की जांच में भारी अनियमिता पाई गई है। वहां धान एवं चावल के स्टाक में भी भारी अंतर पाया गया है। इस छापामार कार्रवाई से अन्य मिलर्स में हड़कंप मच गया है। बस्तर जिले की कई अन्य राईस मिलों में भी दीगर प्रांतों की पीडीएस का चावल खपाया जाता है। दूसरे राज्यों से आए चावल को मिलर्स बाद में वेयर हाउस में जमा करा डेते हैं।
बकावंड तहसीलदार नितेश वर्मा ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर बस्तर कलेक्टर हरिस एस के आदेश पर जिले के छोटे देवड़ा स्थित नारायण राईस मिल में रविवार की रात खाद्य विभाग, नागरिक आपूर्ति निगम एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। जहां से ट्रक क्रमांक सीजी 17 केएस 9018, सीजी 17 केडब्ल्यू 85, सीजी 17 एलए 7883 को जप्त किया गया।इन ट्रकों पर लदे लगभग 1500 बोरी पीडीएस के चावल को मिल में अनलोड किया जा रहा था। इस चावल और ट्रकों जप्त कर लिया गया है। राईस मिल से जूट एवं प्लास्टिक की 1500 से अधिक खाली बोरियां भी बरामद की गई हैं। इन बोरियों में आंध्रप्रदेश शासन और रईस मिल की सील मोहर लगी पाई गई है।
खाद्य विभाग जुटा जांच में
तहसीलदार श्री वर्मा ने बताया कि जप्ती की कार्रवाई कर विस्तृत जांच के लिये खाद्य विभाग को निर्देशित किया गया है। राईस मिल की स्टॉक पंजी में धान एवं चावल के स्टाक की बारीकी से जांच की जा रही है। रात्रि लगभग 1 बजे तक हुई कार्रवाई के बाद जांच दल आज दोबारा राईस मिल जांच करने पहुंची।
आंध्रप्रदेश से चावल लाने का खुलासा
ट्रक चालक द्वारा जांच टीम को दिए गए बयान के अनुसार उक्त ट्रकों पर आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा की स्वातिस्क राईस मिल से चावल लोड किया गया था। इसकी तस्दीक ई-वे बिल से भी हुई है। ओडि़शा के सांई लक्ष्मी बालाजी ट्रेडर्स अम्बागुड़ा के नाम से बिल काटा गया है। दीगर प्रांतों का पीडीएस चावल वेयर हाउस में जमा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के कई ऐसे राईस मिलर्स हैं, जो पीडीएस चावल की बड़े पैमाने पर अफरा -तफरी कर सरकार को चूना लगाते आ रहे हैं। दीगर प्रांतो से पीडीएस का चावल मंगाकर स्थानीय राईस मिलर्स के द्वारा बारदाने में पल्टी कर स्वंय राईस मिलर्स के मोनो चपका कर वेयर हाउस पर जमा किया करते हैं। ट्रक का चावल अनलोड कर बारदाने की बदली कर वेयर हाउस में जमा कराने की तैयारी थी इसके पहले ही प्रशासन की टीम ने मामले का भंडाफोड़ कर दिया।
बस्तर, सुकमा, बीजापुर से जुड़े तार
खबर है कि बरामद किया गया पीडीएस का चावल बस्तर अंचल के सुकमा, बीजापुर जिले का होने की खबर है। सुकमा जिले में कई महीनों का चावल जो गरीबों को नहीं मिला था। चावल जंगल के रास्ते आंध्रप्रदेश भेजे जाने की खबर है फिर वहां से फर्जी बिल के माध्यम से पीडीएस का चावल बस्तर की राईस मिलों तक पहुंचाया जाता है। मामले की बारीकी से जांच की जाए तो कई चावल माफिया भी बेनकाब हो सकते हैं। बड़ा गिरोह सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर में सक्रिय है। सुकमा जिले में तो खाद्य अधिकारी के संरक्षण में सरकारी कर्मचारी भी इस फर्जीवाड़े में संलिप्त हैं।
मामला खाद्य विभाग के हवाले
नारायण राईस मिल से भारी मात्रा में चावल जप्त हुआ है। ट्रक चालक के बयान और ई -वे बिल से पुष्टि हुई है कि आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा की स्वस्तिक राइस मिल से इस चावल की निकासी हुई थी। ई वे बिल ओडि़शा की एक फर्म के नाम पर कटा है। मामले की जांच के लिए खाद्य विभाग को निर्देशित किया गया है।
नीतेश वर्मा,
तहसीलदार, बकावंड
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