पुरानी यादें हुई ताजा… 1978 के वाणिज्य संकाय के स्टूडेंट्स का हुआ मिलन समारोह


कार्यक्रम में  1978 बैच के लगभग सभी छात्रगण अपनी  अर्धांगिनी  के साथ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य आपसी मेलमिलाप ,अपनी उपलब्धियों, अपने करियर के अनुभवों और जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को साझा करना रहता है । समारोह का शुभारंभ श्री शिव अभिषेक पूजन, दीप प्रज्ज्वलन और भक्ति गीत से हुआ। मंच संचालन कुशलतापूर्वक छात्र मित्रों द्वारा किया गया।


कार्यक्रम विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, कहानी ,कविता पाठ , गायन वादन, सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी, पुरानी फिल्मों का यादगार नगमों के साथ आपसी हास परिहास का सुरम्य वातावरण से ओत प्रोत रहा । प्रस्तुत एवं आयोजित कार्यक्रम  सभी उपस्थित मित्र जनों के लिए मनोरंजक और प्रेरणादायक था। इस अवसर पर छात्र मित्रों ने आगामी वर्षों में भी इसी प्रकार के संगठित सम्मेलनों का आयोजन जारी रखने का संकल्प लिया।


दिन भर के इस कार्यक्रम में इस मित्र मिलन कार्यक्रम के द्वारा न केवल पुराने संबंधों को पुनर्जीवित किया गया, बल्कि नई पीढ़ी के लिए भी एक प्रेरणास्रोत का सृजन हुआ। सभी उपस्थित छात्र मित्रों ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने पर हार्दिक आभार प्रकट किया। दिन भर के इस कार्यक्रम में हम सब अपनी दिन दुनिया से दूर मित्र जगत के सागर में हिलोरे लेते हुए सुस्वादु स्वल्पाहार, प्रसादी प्राप्त कर ऐसा  एहसास हुआ मानो हम द्वापर युग की मित्रता का अनुभव कर रहे हैं।


कार्यक्रम के अंत में सभी छात्र मित्रों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दीं और आपसी सहयोग तथा सद्भावना बनाए रखने का आग्रह किया। यह समारोह वास्तव में एक यादगार दिन साबित हुआ जिसने 1978 वाणिज्य संकाय  छात्र मित्रों के बीच भाईचारा , मित्रता और मैत्रीय एकता की पुष्टि करता है।  यद्यपि यह कार्यक्रम  सभी मित्रों के आपसी सहयोग से निष्पादित होता है, तथापि कार्यक्रम को दिशा प्रदान करने के लिए विशेष रूप से बल्लभ लाहोटी, श्यामसुंदर आर्य, दीपक राय, अनिल चाडक , गोविंद मूंदड़ा, निखिल अग्रवाल, मुरलीधर कमनानी एवं राशिद हक सहित सभी ईष्ट मित्रों का अतुलनीय सहयोग रहता है, जो एक माह पूर्व से कार्यक्रम की रूपरेखा बनाकर सभी मित्रों को मोबाइल एवं वाट्सअप संदेश के माध्यम से कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए अनुनय विनय युक्त प्रोत्साहन ,के साथ मित्रता के चिरपरिचित अंदाज में अवगत कराया जाता है, फलस्वरूप कार्यक्रम रोचक, मनोरंजक, प्रेरणादायक एवं यादगार सुरम्य वैतरणी का मानो पतवार सा प्रतिपादित होता है।


आज के इस कार्यक्रम में अनिल चांडक, अशोक तिवारी , वल्लभ लाहोटी, बिहारी लाल अग्रवाल , दीपक राय, दिलीप पांडे रायपुर से पधारे, गोविंद मुंदड़ा , हरिश सेठी , हर महेंद्र सिंह चावला, श्री हेमंत नायडू , श्री जयदेव मंघाणी , श्री किशोर कुमार वाघेला जबलपुर से पधारे हए थे, लक्ष्मी नारायण यदु, मोहम्मद राशिद हक पलारी से पधारे , मुरारी लाल पुरोहित , मुरलीधर कामनानी , निखिल अग्रवाल, प्रदीप कुमार दुबे, संतोष सबलानी, शिव शर्मा, श्याम सुंदर आर्य , सुभाष गुप्ता , सुरेश गुप्ता , कमल अग्रवाल, विकास गुप्ता दुर्ग से पधारे, विष्णु अग्रवाल, विजय शर्मा, अजय शर्मा, त्रिलोक चंद, नारायण वर्मा, हेमंत भृगु, एम व्ही रमणा राव रायगढ़ा से पधारे ,, अरुण शर्मा, विजय पाठक रायपुर से पधारे , नरेश शर्मा, अशोक अग्रवाल, सुशील भूषाणिया, मातृ शक्ति की ओर से श्रीमती ममता सबलानी, श्रीमती स्वीटी अग्रवाल, श्रीमती गौरी भृगु, श्रीमती वीणा साहू, श्रीमती साधना पाठक, श्रीमती रेखा चांडक, श्रीमती संध्या देवी कामनानी, श्रीमती सुलेखा शर्मा, श्रीमती गायत्री पुरोहित , श्रीमती मो राशिद , श्रीमती राजकुमारी लाहोटी, , वैभव यदु सुपुत्र लक्ष्मीनारायण यदु एवं अंशुमान पाठक सुपुत्र विजय पाठक,की गरिमामय उपस्थिति रही ।

आज के मित्रमंडली कार्यक्रम को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचारित एवं प्रसारित करने के लिए नगर के मीडिया रिपोर्टर गिरधर गोपाल शर्मा का विशेष सहयोग रहा, मित्र मंडली की ओर से गिरधर गोपाल शर्मा को कोटिश: धन्यवाद, आभार ।
आज के इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी मित्रों, सभी सहयोगी पक्षों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए एक वर्ष के लिए विराम दिया गया ।

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *