दिपेश रोहिला
MLA Gomti Sai : एसडीएम की नोटिस का भी नहीं पड़ा प्रभाव,नंदनझरिया पुल की स्तिथि जर्जर
MLA Gomti Sai : पत्थलगांव । विधायक गोमती साय की फटकार और एसडीएम आकांक्षा के द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बावजूद ठेकेदार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। और रायगढ़ रोड के हालात दिन पर दिन और खराब होते जा रही है। आलम यह है कि सड़क पर पैदल चल पाना भी मुश्किल हो रहा है। सड़क की स्थिति में सुधार नहीं होने से लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ रोड शहर के सबसे व्यस्ततम मार्गों में से एक है। रायगढ़ जिला मुख्यालय को जिला मुख्यालय जशपुर और अंबिकापुर से जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग होने से यहां दिन भर दोपहिया,चारपहिया और बसों का आवागमन लगातार जारी रहता है। वहीं औद्योगिक शहर रायगढ़ की ओर से झारखंड, बिहार, उप्र और मप्र जैसे राज्यों की ओर भारी वाहनों की आवाजाही भी दिन – रात जारी रहती है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहनों का आवागमन होने के बावजूद सड़क इस लायक भी नहीं है कि इस पर आसानी से पैदल भी चला जा सके।
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आलम यह है कि शहर के बीचों – बीच गुजरने वाली इस सड़क पर चल पाना किसी खतरनाक स्टंट के समान हो गया है परंतु और कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं होने के कारण इस सड़क पर चलना लोगों की मजबूरी है और लोग सड़क पर खतरे को जानने के बाद भी जान हथेली पर लेकर इस सड़क पर निकलते हैं। खास तौर पर काम काजी महिलाएं इससे सबसे अधिक प्रभावित होती हैं जिनके लिए अपने – अपने कार्यस्थल पर पहुंचना आवश्यक होता है। सड़क की दुर्दशा से नाराज लोगों ने इस ओर विधायक गोमती साय का ध्यानाकर्षण गत जनदर्शन के दिन कराया था।
जिस पर श्रीमती साय ने ठेकेदार को तलब कर तुरंत इस पर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए थे। इसके दूसरे दिन ठेकेदार के द्वारा जेसीबी लगाकर सड़क में लगातार बने हुए गड्ढों को समतल करने का कार्य प्रारंभ किया तो लोगों को लगा की विधायक के निर्देशों का ठेकेदार पर असर पड़ा है और अब जल्द ही उन्हें चलने के लिए मार्ग उपलब्ध हो सकेगा। परंतु इस फटकार का ठेकेदार पर केवल इतना ही असर पड़ा कि चंद गड्ढों को समतल करने के बाद पुनः काम बंद कर दिया गया।
इसके बाद एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी द्वारा सड़क को चलने योग्य बनाए रखने के लिए लोक निर्माण विभाग धर्मजयगढ़ और पत्थलगांव को जिम्मेदार मानते हुए इनके अनुविभागीय अधिकारियों को न्यूसेंस हटाने और इस संबंध में 11 सितंबर को अपना जवाब उनके समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। लोगों की उम्मीद एक बार फिर जाग उठी कि शायद अब सड़क की स्थिति में सुधार हो जाए। परंतु इस नोटिस को भी एक सप्ताह का समय बीत चुका है परंतु सड़क की स्थिति में सुधार तो दूर बल्कि और बदतर होती जा रही है। यह देखने लायक बात होगी कि दोनों अधिकारी उक्त नोटिस का क्या जवाब देते हैं अथवा कोई जवाब देते भी हैं या नहीं।
लोगों में नाराजगी
विधायक और एसडीएम जैसे शासन और प्रशासन के पदाधिकारियों के सख्त रूख का भी ठेकेदार पर कोई असर देखने केा नहीं मिल रहा है और सड़क की हालत दिन पर दिन और खराब होती जा रही है। इसे देखते हुए लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार को सड़क निर्माण का ठेका कांग्रेस के शासनकाल में मिला था और इसका पूरा निर्माण करने के लिए दो वर्ष का समय दिया गया था। परंतु पूरा समय बीत जाने के बाद भी ठेकेदार के द्वारा धर्मजयगढ़ और पत्थलगांव के बीच में कहीं कहीं पर ही सड़क का चौड़ीकरण किया गया है और सड़क का अधिकतर हिस्सा ज्यों का त्यों है। और तो और मरम्मत भी नहीं की जा रही है कि लोग इस पर चल सकें। वहीं इसके बाद भी सड़क निर्माण के लिए एक वर्ष का एक्सटेंशन मिलने का दंभ ठेकेदार की हठधर्मिता का परिचायक है। लोगों का कहना है कि शासन और प्रशासन यदि स्थिति का समाधान निकाल पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में तो आम लोगों को इसके लिए आगे आना पड़ेगा।
पुल की स्थिति भी जर्जर
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MLA Gomti Sai : केवल सड़क ही ठेकेदार के रवैए की वजह से प्रभावित नहीं हो रही है अपितु सड़क का इकलौता पुल भी इसका शिकार है। शहर से 4 किमी दूर नंदनझरिया पुल का निर्माण भी ठेकेदार को करना है। परंतु ठेकेदार ने अभी तक इसकी सुध भी नहीं ली है। जबकि वर्षों पुराना यह पुल भी जर्जर स्थिति में है। भारी वाहनों के चलने से यहां हमेशा दुर्घटना की आशंका जताई जाती रही है।