पुलिस ने फायरिंग की, मेंबर्स पर एफआईआर के खिलाफ एडिटर्स गिल्ड सुप्रीम कोर्ट पहुंचा
नई दिल्ली। मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में बुधवार (6 सितंबर) को कर्फ्यू के बावजूद हजारों मैतेई प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने फौगाकचाओ इखाई में टिडिमरोड (इम्फाल-चुराचांदपुर रोड) पर सेना की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स को हटा दिया। इसके बाद क्वाक्टा में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई।
भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और फायरिंग भी की। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स की ओर बढ़ते रहे। राज्य सरकार ने पांच जिलों, इंफाल पश्चिम, इम्फाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल और काकचिंग में मंगलवार (5 सितंबर) शाम 6 बजे से अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगाया है। उधर, मणिपुर में अपने मेंबर्स पर दर्ज 2 एफआईआर के खिलाफ एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया 6 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। गिल्ड ने कोर्ट से दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा की मांग की है।
दरअसल, 4 सितंबर को मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने बताया कि हमने एडिटर्स गिल्ड की प्रेसिडेंट सीमा मुस्तफा, सीमा गुहा, भारत भूषण और संजय कपूर पर एफआईआर कराई है। एडिटर्स गिल्ड अपनी रिपोर्ट्स के जरिए झूठ फैला रहा है और गलत तथ्य पेश कर रहा है। इससे राज्य में हिंसा और तनाव बढ़ सकता है।