रंग संस्कार महोत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए अभिनेता मनोज जोशी
रायपुर प्रेस क्लब द्वारा आयोजित प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में भी की शिरकत
रायपुर। राजधानी रायपुर में महाराष्ट्र मंडल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय रंग संस्कार महोत्सव के समापन समारोह में मराठी और गुजराती फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता पद्मश्री मनोज जोशी शामिल हुए। महाराष्ट्र मंडल अध्यक्ष की ओर से अभिनेता मनोज जोशी को शॉल, श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। इस दौरान महाराष्ट्र मंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि संस्कार भारती से जुड़े स्व. अशोक चंद्राकर की स्मृति में यह आयोजन किया जाता है। हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि महाराष्ट्र मंडल ने इस प्रथम आयोजन में अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में धरसींवा विधायक और छत्तीसगढ़ी फिल्मों के सुपरस्टार अनुज शर्मा और अभिनेता व समाजसेवी योगेश अग्रवाल भी मौजूद रहे।
चर्चा के दौरान अभिनेता मनोज जोशी ने कहा कि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है, मैं जितनी बार यहां आया हूं, बहुत अच्छा अनुभव रहा है। उन्होंने ओटीटी कंटेंट पर चिंता जाहिर की और कहा कि, जिसे शील और अश्लील में फर्क नहीं पता, वह कलाकार नहीं हो सकता। कुछ लोग कहते हैं ओटीटी एक ‘कचरा पेटीÓ है, लेकिन एक पेटी पूरा शहर नहीं हो सकता।
अभिनेता मनोज जोशी ने खुद को हिंदी फिल्म अभिनेता कहलाना पसंद किया और बॉलीवुड शब्द पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि अगर मौका मिलेगा तो वे छत्तीसगढ़ी फिल्म भी जरूर करेंगे। उनकी पसंदीदा छत्तीसगढ़ी फिल्म भूलन कांदा है। जोशी ने कहा कि फिल्मों में 160 से ज्यादा रोल किए हैं लेकिन ‘चाणक्यÓ का किरदार मुझे सबसे ज्यादा झकझोर गया। उन्होंने यह रोल सम्राट अशोक और थिएटर नाटकों में निभाया है।
प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं फिल्म अभिनेता मनोज जोशी रायपुर प्रेस क्लब द्वारा आयोजित प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में भी उपस्थित हुए।
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फिर हेरा-फेरी, भूल भुलैया जैसी फिल्मों में शानदार एक्टिंग से किरदारों को बनाया यादगार
14 दिसंबर 1965 को जन्मे मनोज जोशी गुजराती, मराठी और हिंदी रंगमंच के जाने-माने और प्रतिष्ठित अभिनेता माने जाते हैं. उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत 1998 में आमिर खान की फिल्म सरफरोश से की, जिसमें उन्होंने बाला ठाकुर की भूमिका निभाई थी। इसके बाद उन्होंने हंगामा, हलचल, दे दनादन, क्योंकि, खट्टा मीठा, भागमभाग, चुप चुप के, फुटपाथ, आन और पेज-3, भूल भुलैया, फिर हेरा फेरी जैसी कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया। मनोज जोशी को दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है और 2018 में उन्हें क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के साथ पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा गया। आज भी वे हंगामा के इंस्पेक्टर वाघमारे, फिर हेराफेरी के कचरा सेठ और भागमभाग के मनुभाई गांधी जैसे किरदारों के लिए दर्शकों के बीच खास पहचान रखते हैं।