Malnutrition कुपोषण दर में कमी लाने जिले में जारी है पोट्ठ लईका अभियान
Malnutrition बेमेतरा ! प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य, बच्चों को कुपोषण से बचाने और अनेक प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदेश में मुख्यमंत्री सुपोषण योजना चलाया जा रहा है। सुपोषण अभियान के तहत कलेक्टर श्री पदुम सिंह एल्मा के निर्देशानुसार अनुविभागीय अधिकारी (रा.) सुरुचि सिंह के मार्गदर्शन में जिले में पोट्ठ लईका अभियान चलाया जा रहा है। बेमेतरा जिले में इस अभियान का अच्छा परिणाम नजर आ रहा है और जिले में कुपोषण दर में कमी आ रही है। पोट्ठ लईका अभियान के तहत परियोजना बेमेतरा के ग्राम खिलोरा में एसडीएम बेमेतरा सुरुचि सिंह की उपस्थिति में कल कुपोषित बच्चों के अभिभावक, मितानीन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की परामर्श बैठक का आयोजन किया गया था।
बैठक में बताया गया कि गांव के कुपोषित बच्चों में ग्रेड परिवर्तन हुआ है। खिलोरा के दुलेश्वरी साहू और लेखमणी साहू अतिकुपोषित श्रेणी से सामान्य वर्ग तथा 5 बच्चे मध्यम से सामान्य वर्ग एवं एक बच्चा अतिकुपोषित श्रेणी से मध्यम श्रेणी में आ गया है। इसी तरह परियोजना खण्डसरा के ग्राम झाल में कल कुपोषित बच्चों के अभिभावक, मितानीन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की परामर्श बैठक का आयोजन किया गया था।
बैठक में बताया गया कि गांव के कुपोषित बच्चों में ग्रेड परिवर्तन हुआ है। गांव के विधि, भुनक एवं लावन्या अतिकुपोषित श्रेणी से सामान्य वर्ग तथा 6 बालक एवं 6 बालिका मध्यम से सामान्य वर्ग में आ गए हैं। एक बच्चा अतिकुपोषित श्रेणी से मध्यम श्रेणी में आ गया है।
एसडीएम ने बच्चों के माताओं, मितानीनों, आंगबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए उचित जान जानकारी दी एवं खाने में तिरंगा भोजन को सम्मिलित करने को कहा तथा संतुलित और पौष्टिक भोजन करने को कहा। उन्होंने कहा कि बाहरी खाद्य पदार्थ का उपयोग बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है बच्चो को घर पर बना साफ-सुथरा, गरम व ताजा खाना ही खिलाना चाहिए। बच्चों को खाना खिलाने के पहले हाथ अवश्य धुलवायें।