बीजापुर। भटवाड़ा स्थित पोटा केबिन बालक छात्रावास में गंभीर अव्यवस्थाओं और लापरवाही के आरोपों को लेकर गुडसाकल सहित भिरियाभूमि, ईतामपार, धर्मा, छोटे पल्ली और ताकीलोड ग्रामों के ग्रामीणों एवं पालकों ने कलेक्टर बीजापुर से वर्तमान अधीक्षक आदित्य ठाकुर को तत्काल हटाने की मांग की है।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि पहले पोटा केबिन में बच्चों को भोजन, आवास और दैनिक उपयोग की सभी सामग्रियां सुचारू रूप से उपलब्ध होती थीं, लेकिन पिछले दो वर्षों से व्यवस्थाओं में लगातार गिरावट आई है। पालकों के अनुसार वर्तमान अधीक्षक आदित्य ठाकुर, जो एसएसए तथा आरएमएसए दोनों छात्रावासों के प्रभार में हैं, रात में छात्रावास में नहीं रुकते। इस कारण बच्चों की सुरक्षा और देखरेख प्रभावित हो रही है।

पालकों का आरोप है कि बच्चों को नहाने का साबुन, कपड़ा धोने का साबुन, तेल और कोलगेट जैसी आवश्यक वस्तुएं बेहद कम मात्रा में दी जा रही हैं। मात्र ₹10 वाला टूथपेस्ट पूरे महीने के लिए देना बच्चों के साथ उपेक्षा जैसा है।
ग्रामीणों ने बताया कि सुबह-शाम परोसा जाने वाला भोजन गुणवत्ताहीन है। इससे बच्चे लगातार बीमार पड़ रहे हैं। छात्रावास में पलंग, गद्दा, चादर, तकिया और मच्छरदानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। कई बच्चे एक ही बिस्तर पर सोने को मजबूर हैं, जिससे गंदगी और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
कई पालकों का आरोप है कि अधीक्षक बच्चों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, जिससे बच्चे डर के कारण छात्रावास आने से कतराते हैं और उपस्थिति प्रभावित होती है।
ग्राम पंचायत गुडसाकल और अन्य गांवों के ग्रामीणों ने कहा कि अधीक्षक के छात्रावास में रुकने की अनिवार्यता का पालन न करने से किसी भी वक्त बड़ी घटना हो सकती है। इसलिए उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि आदित्य ठाकुर को तत्काल हटाकर किसी जिम्मेदार और योग्य अधीक्षक की नियुक्ति की जाए, ताकि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा प्रभावित न हो।