Dantewada जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड के संयुक्त टीम के द्वारा किया गया बच्चें का सफलता पूर्वक  इलाज 

Dantewada

Dantewada जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड के संयुक्त टीम के द्वारा किया गया बच्चें का सफलता पूर्वक  इलाज 

 

Dantewada दंतेवाड़ा । दंतेवाड़ा जिले के विकासखंड कुआकोंडा अंतर्गत ग्राम गढ़मिरी पटेलपारा निवासी भीमा राम कवासी 16 मार्च 2023 को लगभग 6 बजे अपनी पत्नी सुखमति कवासी उम्र 23 वर्ष को गंभीर परिस्थिति में डिलीवरी के लिए सीएससी कुआकोंडा ले गया जांच के दौरान महिला की स्थिति गंभीर पायी गयी।

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Dantewada महिला को प्रसव पीड़ा नहीं हो रहा था, इस परिस्थिति में सीएससी कुआकोंडा के चिकित्सक द्वारा गर्भवती महिला को जिला अस्पताल दंतेवाड़ा रेफर किया गया। गंभीर अवस्था में श्रीमती सुखमति को जिला अस्पताल प्रसूति वार्ड में भर्ती कराया गया।

महिला रोग विशेषज्ञ डॉ अमरेश एवं नर्सिंग स्टाफ ने गर्भवती महिला की जांच की और लेबर पेन नहीं हो रहा था, कोई हरकत नहीं हो रही थी, जोखिम की संभावना थी, बच्चा गर्भाशय में सांसे कम ले रहा था। यह एक गंभीर अवस्था थी। जिसमें मां एवं शिशु की मृत्यु का भय था। ऐसी गंभीर परिस्थिति में तुरन्त महिला का सिजेरियन सेक्शन किया गया और लगभग 7%35 बजे शिशु का जन्म हुआ।

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Dantewada जन्म के समय बच्चा नहीं रोया, किसी भी तरह की हरकत नहीं कर रहा था ,उसकी सांसे नहीं चल रही थी लगभग मृतप्राय अवस्था में था। बच्चा मां के पेट से ही पानी भी पी लिया था। जिससे उसकी शरीर नीला पड़ गया था। ऐसी गंभीर अवस्था में शिशु को एसएनसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया। एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ नर्स किरण ठाकुर ने बच्चे को सर्वप्रथम देखा और उसे तुरंत ऑक्सीजन जीवन उपयोगी तंत्र के माध्यम से रिवाइव किया।

तत्पश्चात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश धु्रव ने तुरंत बच्चे को ऑक्सीजन,बैग और मास्क वेंटिलेशन दिया गया। साथ ही बच्चे को जीवन उपयोगी दवाइयां भी दी गयी। जिससे बच्चे की धीरे-धीरे सांस चलने लगी एवं धड़कन ठीक हो गई। आगे का सफर बहुत कठिन था शिशु के लिए ऐसे शिशु जो जन्म के समय नहीं रोते हैं, सांस नहीं लेते हैं,गंदा पानी पी लेते हैं, उनके दिमाग पर चोट लग जाती है।

Dantewada सांस लेने में तकलीफ होती है और उन्हें जीवित रहने की संभावना अत्यंत कम रहती है, और बच्चे को झटका भी आ सकता है। शिशु एसएनसीयू में लगभग 16 दिन भर्ती रहा एवं सफलतापूर्वक शिशु को 31 मार्च 2023 को जिला अस्पताल दंतेवाड़ा के एसएनसीयू वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया। एसएनसीयू स्टाफ एवं चिकित्सक के लिए यह बहुत ही कठिन कार्य था, क्योंकि प्रतिदिन शिशु की सांस एवं धड़कन कम ज्यादा हो रही थी।

Dantewada शिशु गंभीर अवस्था में था उसकी मॉनिटरिंग अत्यंत आवश्यक थी। यह सफलता महिला रोग विभाग एवं शिशु रोग विभाग एसएनसीयू जिला अस्पताल दंतेवाड़ा के संयुक्त टीम के प्रयास से संभव हो पाया है। आज बच्चे के माता पिता स्वस्थ बच्चे को लेकर स्तनपान करा रहे है। बच्चे के माता-पिता खुशी-खुशी अपने बच्चे को डिस्चार्ज के बाद घर गये। बच्चे के माता-पिता के द्वारा जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड के पूरे स्टाफ को धन्यवाद भी दिया।

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