Chhattisgarh Olympics छत्तीसगढी ओलंपिक खेल के दौरान युवक की टूटी कंधे की हड्डी, डॉक्टर के लापरवाही से सही उपचार नही

Chhattisgarh Olympics

Chhattisgarh Olympics डॉक्टर के लापरवाही से मरीज को सही उपचार नही

Chhattisgarh Olympics भानुप्रतापपुर। छत्तीसगढी ओलंपिक खेल के दौरान युवक की कंधे की हड्डी टूट गई। उपचार के द्वारा जिला अस्पताल के डॉक्टर के लापरवाही से मरीज को सही उपचार नही मिल पाई। परिजन हो रहे परेशान।

प्रदेश सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में खेलो को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही छत्तीसगढी ओलंपिक खेल को आयोजित की जा रही है। इसीक्रम में भानुप्रतापपुर विकासखंड के अंतर्गत 7 एवं 8 नवम्बर को ग्राम भानबेड़ा में छत्तीसगढी ओलंपिक खेल का आयोजन किया गया।

Chhattisgarh Olympics 7 नवम्बर को नारायणपुर निवासी खेमराज दुग्गा कब्बडी खेलते हुए कंधे की हड्डी टूट गई। जिसे प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल कांकेर रिफर कर दिया गया।

जहा उसे दो दिन भर्ती रखने के बाद जिसे जिला अस्पताल कांकेर डॉक्टर ए कोर्राम द्वारा यह कहते हुए अस्पताल से छुट्टी दे दिया गया कि आपकी छोट मामूली है दो दिन में ठीक हो जाएगा।

Chhattisgarh Olympics डॉक्टर की बात सुनकर परिजन मरीज को घर ले आये लेकिन कंधे की हड्डी टूटने से मरीज को असहनीय दर्द था जिसे वह सहन नही कर पा रहा था, स्थिति देखते हुए परिजन इधर उधर से राशि एकत्रित कर रायपुर ले जाया गया। हड्डी रोग विशेषज्ञ ने मरीज के स्थिति व एक्सरे करने पर कंधे के हड्डी टूटने की बात कही जिसका उपचार में लगभग एक लाख खर्च आने की बात कही गई। यह सुनकर परिजन दंग रह गए।

आर्थिक रूप से कमजोर परिजन के लिए एक लाख जुटा पाना मुश्किल है।

Chhattisgarh Olympics जिला जैसे अस्पताल में लोगो को अच्छे व बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए लेकिन कांकेर के जिला अस्पताल उपचार के नाम से सफेद हाथी साबित हो रहा है। वहा के डॉक्टर भी अस्पताल में सेवा देने के बजाय प्राइवेट नर्सिंग होम में अपनी सेवाएं देने में लगे हुए है।

वही जनपद पंचायत सीईओ भानुप्रतापपुर कावेरी मरकाम ने कहा कि खेल के दौरान जो ग्रामीण घायल हुआ है वह ठीक है उसे घर वापस भेज दिया गया है जबकि प्रेस रिपोर्टर के द्वारा सीईओ को बताया गया कि गंभीर चोट लगी है और उसे रायपुर ले जाया गया है तो इस पर चुप्पी साध ली गई।

Chhattisgarh Olympics मुझे इस सम्बंध में बताया गया कि इस सम्बध में जिला कलेक्टर डॉक्टर प्रियंका शुक्ला मामले को गम्भीरता दिखाते हुए आश्वासन दिया है कि जिला प्रशासन के द्वारा हर संभव मदद करने की बात कही।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU