Bhanupratappur अब भानुप्रतापपुर में उप चुनाव जिला बनाने की मांग की जोर पकड़ी

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Bhanupratappur भानुप्रतापपुर में हो सकते हैं 5 विकास खंड

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Bhanupratappur भानुप्रतापपुर ! हर दृष्टिकोण से जिला बनाने को लेकर उपयुक्त है। अविभाजित बस्तर जिले में 80 के दशक में मात्र 8 तहसीलें थी जिसमें कांकेर, भानुप्रतापपुर, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, कोंटा तथा बीजापुर एक-एक करके इसमें से 7 तहसीलों को जिला का दर्जा मिल चुका है।

लेकिन भानुप्रतापपुर को अब तक जिला नहीं बनाया गया है उस समय के तहसीलों में केवल भानुप्रतापपुर ही जिला बनने से बाट जोह रहा है। इसके लिए क्षेत्र के लोग लगातार जिला बनाने की मांग करते आ रहे हैं।

Bhanupratappur वहीं राज्य सरकार के द्वारा पिछले 2 उपचुनाव में जिला बनाने की घोषणा को अमल करते हुए मारवाही व खैरागढ़ को जिला बना दिया है। अब भानुप्रतापपुर में भी उप चुनाव है जिससे क्षेत्र के लोग में काफी उम्मीद है कि भानुप्रतापपुर को भी अब जिला बनाया जाए।

यह स्वर्गीय मनोज सिंह मंडावी का भी सपना था और लगातार सीएम भूपेश बघेल को इसके लिए मांग अपनी मांग रख चुके थे।

वन, खनिज संपदा से प्रचुर है क्षेत्र

भानुप्रतापपुर क्षेत्र में वनमंडल पूर्व व पश्चिम के आलावा वन विकास निगम भी है यहां के तेंदूपत्ता की गुणवत्ता पूरे छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में अच्छी है। और संग्रहण में भी अपना सबसे ऊपर स्थान रखता है। यह कि चिरौंजी और अमचूर पूरे देश में मांग रहती है वही खनिज की बात करें तो लोह अयस्क भी यहां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।

भानुप्रतापपुर में हो सकते हैं 5 विकास खंड

छत्तीसगढ़ के कई ऐसे छोटे जिले हैं जिसमें महज दो या तीन ही विकासखंड है अगर भानुप्रतापपुर को जिला बनाया जाता है तो इसमें 5 विकासखंड हो सकते है वर्तमान में भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, कोयलीबेड़ा, दुर्गुकोंदल के अलावा पखांजूर को भी ना विकासखंड बनाकर शामिल किया जा सकता है सभी विकासखंडों की दूरी भानुप्रतापपुर से 35 से 80 किलोमीटर के दायरे में है। जबकि वर्तमान में कांकेर जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए कोई कोयलीबेड़ा के अलावा बांदे क्षेत्र के लोगों को 150 किलोमीटर तक सफर करना पड़ रहा है।

भानुप्रतापपुर में है जिला स्तरीय कार्यालय

यहां जिला बनाने से पहले ही बहुत से कार्यालय जिला स्तर के संचालित हो रहे हैं इसमें लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग, प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के अलावा पीच्चेकट्टा में जेल का निर्माण भी हो चुका है। वही वन मंडल अधिकारी, परियोजना कार्यालय, जिला अतिरिक्त सत्र न्यायालय, नाइट्रोजन प्लांट आदि है इसके अलावा अनुविभागीय अधिकारी के कृषि, जल संसाधन, स्वास्थ्य यांत्रिकी आदि भी संचालित हैं।

भानुप्रतापपुर में आवागमन की बेहतर सुविधा

सड़क मार्ग कनेक्टिविटी के साथ भानुप्रतापपुर में वर्तमान में रेल सुविधा भी है। प्रदेश के अन्य शहरों से आवागमन की सुविधा है। सीमावर्ती जिला नारायणपुर 80 किमी, बालोद 50 किमी, मानपुर-मोहला 50 किमी और कांकेर जिला 50 किमी दूरी पर है इससे आवागमन की बेहतर सुविधा है। इसे राजधानी रायपुर सड़क मार्ग, रेल मार्ग से सीधे पहुंचा जा सकता है।

राजनीतिक दृष्टि से भी सक्रिय है भानुप्रतापपुर

भानुप्रतापपुर वर्तमान में राजनीतिक दृष्टि से भी काफी सक्रिय है यहां सभी पार्टियों की प्रदेश स्तर तक के सक्रिय नेता हैं। युवा कांग्रेस के पूर्णचंद पाढ़ी भी राष्ट्रीय स्तर पर अपना जगह बनाई है । वही आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी, शिवसेना के प्रदेश महासचिव चंद्रमौली मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत ध्रुव, भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश लाटिया, भाजयुमो जिला अध्यक्ष राजा पांडे, युवा कांग्रेस पंकज वाधवानी का भी भानुप्रतापपुर के ही वास्ता रखते हैं।

भानुप्रतापपुर से तहसील मुख्यालयों की दूरी अगर भानूप्रतापपुर को जिला बनाया जाता है तो तहसील के लोगों को जिला मुख्यालय पहुंचने में आधी सफर करना पड़ेगी साथ ही आर्थिक मानसिक परेशानियों का भी बचत होगा।

भानूप्रतापपुर से दूरी(किमी)
भानुप्रतापपुर कांकेर
भानु 0 50
दुर्गुकोंदल 26 80
पखांजूर 70 120 अंतागढ़ 30 80 कोयलीबेड़ा 52 102

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