Chhattisgarh : कांग्रेस नेता शिव कुमार डहरिया ने पूरे समाज की नाराजगी मोल ले ली, मानसिक संतुलन खो बैठे हैं डहरिया

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Chhattisgarh :  विवादास्पद बयान को लेकर पूर्व मंत्री डहरिया फंसे

Chhattisgarh :  रायपुर !   छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज की गुरु परंपरा को लेकर अपने बयान के माध्यम से पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता शिव कुमार डहरिया ने पूरे समाज की नाराजगी मोल ले ली है। विवादास्पद बयान पर बुरी तरह से फंसते हुए नजर आ रहे हैं  डहरिया।


बयान के बाद बाबा गुरु घासीदास के वंशज भड़क उठे हैं। आलम ये है कि उनके बयान के बाद उन्ही के पार्टी के पूर्व मंत्री गुरू रुद्र ने उन पर सवाल उठा दिया है। पूर्व मंत्री गुरू रुद्र ने कहा कि श्री डहरिया को गुरु परंपरा की समझ नहीं है। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक गुरु खुशवंत साहब ने कहा कि  डहरिया अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।


डहरिया ने शुक्रवार को कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता के दौरान बिना नाम लिए गुरु बालदास पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा गुरु घासीदास सतनामी समाज के असली गुरु हैं। सभी बाबा गुरु घासीदास को मानते हैं. बाबा जी के वंश में पैदा होने से कोई गुरु नहीं हो जाते। समाज के 80 प्रतिशत लोग गुरु प्रथा को बंद करना चाहते हैं। सतनामी समाज एक है। ये गुरु अवसरवादी लोग हैं, कांग्रेस की सरकार में कांग्रेस की ओर थे, अब भाजपा में चले गए। उन्होंने कहा आगे कहा कि जो गुरु भाजपा में चले गए हैं, उनकी स्वीकारता अब नहीं रह गई है।

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डहरिया के इस बयान के बाद बाबा गुरु घासीदास के वंशज भड़क गए हैं। आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहब ने कहा कि श्री डहरिया अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। उन्होंने पांच साल मंत्री रहते सतनामी समाज पर अत्याचार किया। श्री डहरिया को मानसिक इलाज की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में उन्हें आयुष्मान योजना का लाभ भी मिलेगा।

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Chhattisgarh :  डहरिया के बयान पर उन्हीं की पार्टी के पूर्व गुरू रुद्र ने कहा कि  डहरिया को गुरु परंपरा की समझ ही नहीं है। उन्हें (डहरिया) को इस टाइप की छोटी बातें नहीं करनी चाहिए। सभी समाज के धर्म गुरु होते हैं। सतनामी समाज गुरु प्रधान समाज है। श्री डहरिया के इस बयान ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। अब अपने बयान पर श्री डहरिया कायम रहते हैं या नहीं ये देखने वाली बात होगी।

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