चारामा :- भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने एक बार फिर लोकतंत्र का गला घोंटने का शर्मनाक प्रयास किया है। भानुप्रतापुर विधानसभा के तीनों जनपदों में चुनाव को फिर से स्थगित करवाकर भाजपा ने जनता के जनमत का खुला अपमान किया है। यह भाजपा की तानाशाही मानसिकता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
भानुप्रतापुर की विधायक सावित्री मनोज मंडावी ने इस फैसले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भाजपा को अपनी करारी हार स्पष्ट दिखाई दे रही थी, इसलिए उन्होंने प्रशासन पर दबाव डालकर चुनाव को एक नहीं दो बार स्थगित करवा दिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उनकी सरकार और कांकेर कलेक्टर ने मिलकर यह लोकतंत्र विरोधी साजिश रची है, जिससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा को जनता की राय और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में कोई विश्वास नहीं है।
हार के डर से भाजपा की कायराना चाल
विधायक मंडावी ने कहा कि भानुप्रतापुर की जनता भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों से त्रस्त है। यह सरकार छल, कपट और झूठे वादों के सहारे सत्ता में बने रहना चाहती है, लेकिन जनता अब इनके षड्यंत्रों को भली-भांति समझ चुकी है। क्षेत्र में भाजपा की पकड़ पूरी तरह कमजोर हो चुकी है, इसलिए वह अब चुनाव से भागने के हथकंडे अपना रही है।
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उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा, “यह भाजपा की हताशा और तानाशाही रवैये का परिचायक है। उन्हें यह एहसास हो चुका है कि जनता उनके झूठे वादों से तंग आ चुकी है और इस बार उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकेगी। इसी डर से भाजपा लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को बाधित कर रही है।”
जनता भाजपा को देगी करारा जवाब
सावित्री मनोज मंडावी ने जनता से अपील की कि वे भाजपा की इस अलोकतांत्रिक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दें और कांग्रेस के समर्थन में मजबूती से खड़े हों। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को सड़क से लेकर सदन तक उठाएगी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हरसंभव लड़ाई लड़ेगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार जितनी भी साजिशें रच ले, लेकिन छत्तीसगढ़ की जागरूक जनता अब उनके जाल में फंसने वाली नहीं है। आने वाले चुनाव में जनता अपने वोट की ताकत से भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी और लोकतंत्र की रक्षा करेगी।