-सुभाष मिश्रऐसे समय जब होली और जुम्मा के नाम पर देश में तनाव पैदा करने की कोशिशे हो रही है तब हमें समझना पड़ेगा कि होली का त्यौहार रंगों और उल्लास का प्रतीक है। पुरानी दुश्मनिय...
-सुभाष मिश्रहमारे देश में लगातार कुछ शरारती, कट्टर मज़हबी और अपराधिक और असामाजिक गतिविधियों में संलग्न ताक़तें देश के साम्प्रदायिक सौहाद्र्र को बिगाडऩे में लगी रहती हैं। क्रिके...
-सुभाष मिश्रसाक्षरता अभियान के दौरान एक गीत बहुत गाया जाता रहा है, ''ले मशालें चल पड़े हैं, लोग मेरे गांव के, अब अंधेरा जीत लेंगे लोग मेरे गांव के। इसी तरह एक सवाल पूछता गीत भी...
-सुभाष मिश्रछत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। पक्ष-विपक्ष के विधायक अपने-अपने क्षैत्र की समस्याओं के साथ राज्य स्तर पर भी गड़बडिय़ों पर भी सवाल उठा रहे हैं। सर्वाधिक प्र...
- सुभाष मिश्रहमारे यहां पंच को परमेश्वर कहा जाता है। मुंशी प्रेमचंद ने पंच परमेश्वर के नाम से एक कहानी भी लिखी जो बहुत चर्चित है। हमारे यहां आपसी बोलचाल में पति को भी परमेश्वर ...
-सुभाष मिश्र जब लोगों की हाथ से लिखने की आदत छूटती सी जा रही हो तब छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री, पूर्व आईएएस ओ.पी. चौधरी ने हस्तलिखित सौ पन्नों का बजट विधानसभा में प्रस्तुत किया। ...
-सुभाष मिश्रमधुशाला कहें, मयकदा कहें या अहाता या बार कहें, जो भी कहें पर हरिवंशराय बच्चन की कालजयी कविता को याद करें-
मंदिर मस्जिद बैर कराते मेल कराती मधुशाला
पीने वाले नाम क...
-सुभाष मिश्रहमारे देश और छत्तीसगढ़ में हाल के वर्षों में अपराध के मामलों में वृद्धि देखी गई है जो समाज में बढ़ती हिंसा और घटती संवेदनशीलता का प्रतीक हैं। अपराध को जिस तरह से मह...
-सुभाष मिश्रहर युद्ध का अंत शांति समझौता है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी नई पारी में विश्व में शांति दूत की भूमिका में नजर आना चाहते हैं। उन्होंने यूक्रेन और रूस क...
-सुभाष मिश्र
हर हाथ में काम, हर हाथ में रोजगार, सभी को शिक्षा, सभी को स्वास्थ्य जैसा नारा आज आश्वासनों तक सीमित है। देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। कौशल विकास के तमाम दावों के बावजू...