Breaking : नक्सल प्रभावित क्षेत्र में रहने वाली दो बेटियों ने हासिल की बड़ी सफलता

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मो. याहिया नियाज़ी

 

Breaking :  वनांचल की दो होनहार बेटियों का आवासीय प्रयास स्कूल रायपुर में हुआ चयन, दोनों सगी बहन भी

एक बेटी डॉक्टर तो दूसरी बनना चाहती है आरईओ, जरूरतमंदों की मदद करना लक्ष्य

 

Breaking :  खैरागढ़. वनांचल में स्थित नक्सल प्रभावित पिछड़े हुए क्षेत्र ग्राम पंचायत लक्षना के आश्रित ग्राम गाड़ाघाट जंगल की निवासी दो होनहार बच्चियों का आवासीय प्रयास स्कूल रायपुर में चयन हुआ है जो पूरे केसीजी जिले के लिए गौरव की बात है. मिली जानकारी अनुसार चयनित दोनों बेटियां आपस में सगी बहन भी है और एक बहन का गत वर्ष और दूसरी बहन का इस वर्ष अपनी पढ़ाई के प्रति सच्ची निष्ठा, लगन व काबिलियत से आवासीय प्रयास स्कूल रायपुर में चयन हुआ है.

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Breaking : गौरतलब है कि वनांचल क्षेत्र ग्राम गाड़ाघाट जंगल निवासी घनश्याम बघेल की बड़ी बेटी मोनिका बघेल का गत वर्ष प्रयास स्कूल में चयन हुआ था और इस वर्ष आवासीय प्रयास स्कूल में उनकी दूसरी बेटी हर्षा बघेल का भी चयन हो गया है जो बहुत खुशी की बात है. खास बात ये है कि गाड़ाघाट जंगल निवासी घनश्याम बघेल की बड़ी बेटी मोनिका गुढ़ियारी रायपुर में अभी अध्ययन कर रही हैं और उसने कक्षा नवमीं में 97 प्रतिशत अंक अर्जित कर बड़ी सफलता अर्जित की है वही दूसरी बेटी हर्षा बघेल का भी अब चयन हो गया है और वो जल्द ही प्रयास स्कूल में जाने की तैयारी कर रही है.

 

घनश्याम की बड़ी बेटी मोनिका ने हमें बताया कि वो अपने परिवार और खुद के उज्जवल भविष्य के लिए पढ़ाई को महत्वपूर्ण समझ कर कड़ी मेहनत करती है और अब आगे भी बेहतर तैयारी कर मोनिका डॉक्टर बनना चाहती है ताकि हर जरूरतमंद का वो बेहतर ईलाज कर सकें वही ओबीसी वर्ग से चयनित दूसरी बेटी हर्षा बघेल आर.ई.ओ. बनना चाहती है और अपने मां-पिता, गुरुजनों एवं क्षेत्रवासियों का नाम रौशन करना चाहती है. खास बात ये है कि गाड़ाघाट जंगल काफी पिछड़ा हुआ इलाका है और ये वनांचल के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश बॉर्डर से लगी हुई सीमा में स्थित है, और ऐसे पिछड़े हुए क्षेत्र से दो होनहार बेटियों का पढ़ाई के क्षेत्र में आगे निकलना बहुत ही खुशी की बात है.

 

Breaking : दोनो बेटियों की इस बड़ी उपलब्धि से उनके पिता घनश्याम बघेल, उनकी मां, दादा परस वर्मा सहित उनके गुरुजन एवं पूरे जंगल क्षेत्र के वासी बहुत खुश है. पाठकों को बता दे कि इन दोनों होनहार बेटियों ने साबित कर दिया कि पढ़ाई के प्रति सच्ची लगन, अनुशासन और ईमानदारी हों तो पिछड़े हुए क्षेत्र और अल्प संसाधनों में रहकर भी बड़ी कामयाबी हासिल की जा सकती है.

 

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Breaking : बहरहाल दोनों बेटियों की इस बड़ी सफलता पर जनपद अध्यक्ष लीला प्रकाश मंडावी, गातापार थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख, जिला पत्रकार संघ उपाध्यक्ष मो. याहिया नियाज़ी, उनके पिता घनश्याम बघेल, पूर्व सरपंच शिव वर्मा, श्याम सुन्दर वर्मा, सरपंच प्रतिमा कमलेश वर्मा, सरपंच प्रतिनिधि कमलेश वर्मा, पूर्व सरपंच गणेश पटेल, पूर्व सरपंच ओंकार, महेश मंडावी, तेजराम वर्मा, प्रताप वर्मा, परमा छेदय्या, जैतराम वर्मा, हनु वर्मा, हरेश्वर, दुलेश्वर्, कृष्णा, सूर्या झा, दीनू, बिनेश वर्मा, धर्मेंद्र, अनिल सिन्हा, मानिक यदु, राजकुमार पक्लू व धर्मचंद सहित पूरे जंगल क्षेत्र के वासियों ने उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं.

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