दिवाली से पहले बाजारों में रौनक, ग्राहकों की भीड़ से गुलजार दुकानें

रायपुर/छत्तीसगढ़: दिवाली का पर्व करीब आते ही राजधानी समेत प्रदेशभर के बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। शाम ढलते ही बाजारों में लाइटों की जगमग, दुकानों पर सजावट और खरीदारों की आवाजाही से पूरा माहौल उत्सवमय बन गया है। चाहे मिठाई की दुकानें हों या कपड़ों, इलेक्ट्रॉनिक्स और सजावटी सामान की—हर जगह ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है।

मिठाइयों की दुकानों पर भीड़, गूंजे “गुलाबजामुन” और “लड्डू” की खुशबू

त्योहार के मौसम में सबसे ज्यादा भीड़ मिठाई की दुकानों पर देखने को मिल रही है। कई नामी ब्रांड और स्थानीय हलवाई नई-नई किस्म की मिठाइयां पेश कर रहे हैं। काजू कतली, रसगुल्ला, मोतीचूर लड्डू, सोनपपड़ी और चॉकलेट बर्फी की बिक्री जोरों पर है। वहीं, कई दुकानों पर ‘शुगर-फ्री’ मिठाइयों की भी डिमांड बढ़ी है। ग्राहकों की लंबी कतारों से दुकानदारों के चेहरे पर संतोष और मुस्कान झलक रही है।

सजावट और लाइटिंग की धूम

घर सजाने के लिए लोग रंग-बिरंगी लाइटें, दीये, कैंडल्स और तोरण खरीदने में जुटे हैं। बाजारों में इस बार देसी मिट्टी के दीयों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक दीयों की भी जबरदस्त बिक्री हो रही है। व्यापारी बता रहे हैं कि “मेड इन इंडिया” प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ी है। रायपुर के पंडरी, मालवीय रोड, देवेंद्र नगर और शास्त्री बाजार जैसे प्रमुख इलाकों में भीड़ इतनी है कि दुकानदारों को ग्राहकों को संभालना मुश्किल हो रहा है।

कपड़ों और गिफ्ट आइटम्स की खरीदारी चरम पर

त्योहार का मतलब नया पहनावा और उपहार देना भी है। यही वजह है कि रेडीमेड कपड़ों, ज्वेलरी और गिफ्ट शॉप्स में रौनक चरम पर है। महिलाएं पारंपरिक परिधानों जैसे साड़ी, सूट और लहंगे की खरीदारी कर रही हैं, जबकि युवा फैशनेबल वेस्टर्न ड्रेस और एथनिक वियर की ओर आकर्षित हैं। बच्चों के लिए भी दुकानों में नई डिजाइन की ड्रेस और टॉय गिफ्ट पैक की भरमार है।

कुछ दुकानदार बोले — महंगाई ने थोड़ा असर डाला

हालांकि, जहां एक ओर बाजारों में भीड़ है, वहीं कुछ दुकानदारों का कहना है कि बढ़ती महंगाई के चलते इस बार ग्राहक खर्च में थोड़ा संयम बरत रहे हैं। “पिछले साल की तुलना में बिक्री थोड़ी धीमी है, लेकिन लोगों का उत्साह देखकर लग रहा है कि दिवाली से ठीक पहले रफ्तार बढ़ेगी,” ऐसा कहना है एक मिठाई विक्रेता का।

हर चेहरे पर मुस्कान और उत्साह

शहर की सड़कों पर रौनक लौट आई है। बच्चे रंगोली और पटाखों की खरीद में मशगूल हैं, महिलाएं सजावट और पूजा सामग्री जुटा रही हैं, तो पुरुष खरीदारी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हर तरफ मुस्कुराते चेहरे और त्योहारी उमंग का माहौल छाया हुआ है।

रायपुर समेत पूरे प्रदेश में यह नज़ारा इस बात का संकेत है कि दिवाली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि खुशियों, रोशनी और एकता का प्रतीक बनकर हर दिल को जगमग कर रही है।

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