Army Chief General Manoj Pandey : आर्मी चीफ का आया बड़ा बयान, सेना किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार
Army Chief General Manoj Pandey : नई दिल्ली: आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने चीन से चल रहे तनाव के बीच कहा कि उत्तरी सीमा पर हालात नियंत्रण में है तथा भारतीय सेना किसी भी हालत से निपटने के लिए तैयार है। इसके अतिरिक्त आतंकवाद को लेकर उन्होंने कहा कि सीमा पार से आतंकवाद को समर्थन जारी है।
Army Chief General Manoj Pandey : जनरल मनोज पांडे ने चीन सीमा को लेकर कहा कि चीन से सैन्य एवं कूटनीतिक स्तर पर निरंतर चर्चा जारी है। उत्तरी सीमा पर स्थिति नियंत्रण में है। सेना किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है। वहीं पूर्वोत्तर के प्रदेशों पर कहा कि अधिकतर प्रदेशों में शांति है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के चलते आर्मी चीफ ने बताया कि उत्तरी सीमा पर हालात स्थिर हैं, मगर अप्रत्याशित हैं। वहीं चीन के साथ चर्चा को लेकर कहा कि टेबल पर चर्चा के दौरान 7 में से 5 मुद्दों का समाधान किया गया। तैयारियों के सिलसिले में पर्याप्त उपाय किए गए हैं।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में सीजफायर को लेकर कहा कि वहां भी हालात ठीक हैं, मगर आतंकवाद को सीमा पार से समर्थन जारी है। हालांकि हिंसक घटनाओं में बहुत कमी आई है। जनरल मनोज पांडे ने बताया कि एलएसी पर हमारी और बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास हुआ है। पिछले 5 वर्षों में बॉर्डर पर लगभग 6000 किलोमीटर
रोड का निर्माण हुआ है। इसमें से 2100 किलोमीटर उत्तरी सीमा पर निर्माण कार्य हुआ है। इसके अतिरिक्त 7450 मीटर पुल निर्माण हुआ है। राज्य में फ्रंटियर हाईवे बन रहा है। अब 12 माह हर मौसम में कनेक्टिविटी रहेगी।
घाटी को लद्दाख से जोड़ने वाली जोजीला टनल इस वर्ष के आखिर तक बनकर तैयार हो जाएगी। शिंकुन ला सुरंग लद्दाख के लिए आखिरी चरण में है। यह लेह को वैकल्पिक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त सासेर ला सुरंग से डीएस-डीबीओ सड़क के लिए वैकल्पिक कनेक्टिविटी होगी। जनरल पांडे ने बताया कि पिछले 3 वर्षों में
इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगभग 1300 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। सेना प्रमुख ने कहा कि पूर्वी कमान (अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम) में चीन द्वारा जवानों में मामूली वृद्धि की गई है। वहीं हथियारों की आपूर्ति पर कहा कि सेना रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच हथियारों एवं गोला-बारूद की आपूर्ति के वैकल्पिक स्रोतों पर विचार कर रही है। जनरल पांडे ने कहा कि
रूस यूक्रेन संघर्ष ने रूस से हथियार प्रणालियों एवं गोला-बारूद का आकलन किया है। हमें अगले 2-3 सालों के लिए लगभग 40 आइटम आयात करने की अनुमति प्राप्त हुई है। हम आपूर्ति के वैकल्पिक स्त्रोत भी देख रहे हैं। ये स्वदेशी उद्योग के लिए कदम बढ़ाने एवं हमारी जरूरतों को पूरा करने का अच्छा अवसर है। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, इस चुनौती से पार पा लेंगे।