मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय परिसर में आग की घटना
दुर्गानाथ देवांगन
कोण्डागांव। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय परिसर में गुरुवार दोपहर करीब 12:30 बजे पुराने जर्जर एंबुलेंस वाहनों में अचानक भीषण आग लग गई। इस हादसे में दो वाहन पूरी तरह से जलकर खाक हो गए, जबकि अन्य कुछ वाहन भी आग की चपेट में आ गए। आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
आग लगने के कारण और जिम्मेदारी में लापरवाही
सीएमएचओ कार्यालय के पीछे कचरे का ढेर और झाडिय़ां उग आई हैं, जहां पुराने और जर्जर एंबुलेंस वाहनों को रखा गया था। इसी स्थान पर आग लगी, जिससे इस घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की ओर इशारा किया जा रहा है। कचरे का ढेर और झाडिय़ों को साफ नहीं करवाना और उसे ऐसे स्थान पर रखना जहां पुराने वाहन खड़े हों, यह पूरी घटना को और भी गंभीर बनाता है। स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर इस लापरवाही के लिए सवाल उठ रहे हैं।
वहीं, जब जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह से इस संबंध में प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
दमकल कर्मी भरत शांडिल्य ने बताया कि आग लगने की सूचना पर उनकी टीम तत्काल मौके पर पहुंची और आग बुझाने का कार्य शुरू किया। इस हादसे में दो एम्बुलेंस पूरी तरह जलकर खाक हो गईं, जबकि आसपास खड़ी अन्य एम्बुलेंस भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुईं।
पिछले कुछ दिनों में आग की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना सामने आई हो। इससे पहले मंगलवार को भी जिला अस्पताल के अपशिष्ट संधारण केंद्र में भी भीषण आग लग गई थी। इसके अलावा, 21 दिसंबर को जिला अस्पताल के अपशिष्ट संधारण केंद्र के पीछे भी आग लगने की घटना हुई थी। इन घटनाओं से यह साफ होता है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा आवश्यक सुरक्षा उपायों की अनदेखी की जा रही है, जिससे लगातार इस प्रकार की आग की घटनाएं घटित हो रही हैं। जिला अस्पताल के अपशिष्ट संधारण केंद्र में लगातार आग लगने की घटनाएं स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही हैं। जबकि यह घटनाएं भीषण रूप ले सकती हैं, इनसे जान-माल की हानि भी हो सकती है। ऐसे में अधिकारियों को आग से संबंधित सुरक्षा उपायों और सावधानियों को लेकर तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।