माओगढ़ ‘ईदवाया’ में खुला नया पुलिस कैंप.. अबूझमाड़ में नक्सल उन्मूलन की दिशा में बड़ा कदम

यह अबूझमाड़ में पिछले एक वर्ष के भीतर खोला गया दसवां सुरक्षा एवं जन सुविधा कैंप है। नारायणपुर पुलिस, डीआरजी, बस्तर फाइटर्स और आईटीबीपी की 29वीं, 38वीं, 44वीं और 45वीं वाहिनी ने इस महत्वपूर्ण अभियान में भूमिका निभाई।

🔹 नक्सलियों के गढ़ में विकास का नया द्वार

ग्राम ईदवाया नक्सलियों के प्रमुख आश्रय स्थलों में से एक माना जाता था। लगातार बारिश और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद पुलिस बलों ने यहां सफलतापूर्वक कैंप स्थापित किया।
यह कैंप थाना ओरछा से 12 किलोमीटर और एडजूम से 5.5 किलोमीटर दक्षिण दिशा में स्थित है।

कैंप खुलने के बाद क्षेत्र में सड़क, पुल-पुलिया, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, मोबाइल नेटवर्क और अन्य मूलभूत सुविधाओं के विस्तार को नई गति मिलने की उम्मीद है।

🔹 ग्रामीणों में खुशी, बोले – अब भयमुक्त जीवन जी सकेंगे

कैंप के उद्घाटन के अवसर पर पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) ने ईदवाया, दुलूर, भटबेड़ा, बड़े तोडबेड़ा, आदेर और आसपास के गांवों के ग्रामीणों से संवाद किया। ग्रामीणों ने पुलिस कैंप खुलने पर खुशी जताई और कहा कि अब वे नक्सलियों के भय से मुक्त होकर सामान्य जीवन जी सकेंगे।

ग्रामीणों ने बिजली, पेयजल, शिक्षा और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग रखी, जिस पर अधिकारियों ने शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। पुलिस प्रशासन जल्द ही “नियद नेल्लानार” कार्यक्रम के तहत जन समस्या निवारण शिविर आयोजित करेगा और नारायणपुर से बेड़माकोटी तक बस सुविधा भी शुरू की जाएगी।

🔹 आत्मसमर्पण और नक्सल विरोधी अभियान में मिली सफलता

नारायणपुर पुलिस के अनुसार, अबूझमाड़ क्षेत्र में लगातार चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों और नए कैंपों की स्थापना से अब तक 192 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जबकि 99 माओवादी मारे गए और 117 गिरफ्तार किए गए हैं।
कैंपों की स्थापना से क्षेत्र में नक्सलवाद तेजी से कमजोर पड़ा है और ग्रामीण अब विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं।

🔹 वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन

नवीन कैंप की स्थापना पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री पी. सुंदराज, पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज श्री अमित कांबले, एसपी नारायणपुर श्री रॉबिनसन गुड़िया, तथा आईटीबीपी और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में की गई।

इस अभियान में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फाइटर्स और आईटीबीपी की विभिन्न वाहिनियों की सक्रिय भूमिका रही।

🔹 नक्सल मुक्त सशक्त बस्तर की दिशा में ठोस कदम

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि “माड़ बचाओ अभियान” के तहत अबूझमाड़ में लगातार नए कैंप स्थापित कर नक्सल मुक्त, सुरक्षित और सशक्त बस्तर की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है।

ईदवाया कैंप की स्थापना से न केवल सुरक्षा बलों की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्र में विकास और विश्वास की नई नींव भी मजबूत होगी

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