आज (30 अक्टूबर) है बॉलीवुड के मशहूर पार्श्व गायक अभिजीत भट्टाचार्य का जन्मदिन।
1958 में उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्मे अभिजीत ने अपनी आवाज से लाखों दिलों को जीत लिया।
उन्होंने अपने करियर में 6,000 से ज्यादा गाने गाए और एक दौर में
बॉलीवुड के हर सुपरस्टार की आवाज बन गए।

कानपुर से मुंबई तक का सफर
अभिजीत का जन्म एक बंगाली परिवार में हुआ था। वह अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। पढ़ाई-लिखाई कानपुर में पूरी करने के बाद वह चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनने मुंबई पहुंचे थे। लेकिन किस्मत को कुछ और मंज़ूर था — यहां उन्होंने गायकी की दुनिया में कदम रख दिया।
सीए नहीं, बने सिंगर
बचपन से ही संगीत के दीवाने अभिजीत, मुंबई पहुंचकर स्टेज शोज़ में गाने लगे। वह किशोर कुमार को अपना गुरु मानते थे और उनके गाने गा-गाकर अपनी कला निखारते थे।
एक दिन उन्हें संगीत के दिग्गज आर.डी. बर्मन का फोन आया — और यहीं से उनकी जिंदगी बदल गई। बर्मन ने उन्हें देव आनंद के बेटे की फिल्म ‘आनंद और आनंद’ में गाना गाने का मौका दिया। इसके बाद अभिजीत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
90 के दशक में छा गए अभिजीत
अभिजीत ने 1983 में फिल्म ‘मुझे इंसाफ चाहिए’ के लिए ‘प्रेम दूत आया’ गाना गाया। शुरुआती दिनों में छोटे प्रोजेक्ट्स करने के बाद 90 के दशक में उन्होंने कई सुपरहिट गाने दिए —
🎵 ‘वादा रहा सनम’ (खिलाड़ी)
🎵 ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’
🎵 ‘डर’, ‘राजा बाबू’, ‘फूल और अंगार’, ‘शोले और शबनम’ जैसी फिल्मों में उनके गाने हिट साबित हुए।

❤️ शाहरुख खान की आवाज बने अभिजीत
अभिजीत का करियर शिखर पर तब पहुंचा जब उन्होंने शाहरुख खान के लिए गाना गाना शुरू किया। उनकी आवाज ने शाहरुख के रोमांटिक किरदारों में जान डाल दी।
उन्होंने गाए —
🎶 ‘मैं कोई ऐसा गीत गाऊं’ (यस बॉस)
🎶 ‘वो लड़की जो सबसे अलग है’ (फिर भी दिल है हिंदुस्तानी)
🎶 ‘चलते चलते’, ‘मैं हूं ना’, ‘जोश’, ‘बादशाह’, ‘अंजाम’ —
इन गानों ने शाहरुख को ‘किंग ऑफ रोमांस’ बनाने में अहम भूमिका निभाई।
सम्मान और उपलब्धियां
अभिजीत को उनकी आवाज और योगदान के लिए कई फिल्मफेयर अवॉर्ड्स और संगीत सम्मानों से नवाज़ा गया। उन्होंने हिंदी के अलावा बंगाली फिल्मों में भी गाने गाए और दुनियाभर में लाइव शोज़ किए।

विवादों से भी रहा नाता
जहां उनके गाने लोगों के दिलों में जगह बनाते रहे, वहीं अभिजीत कई विवादों में भी रहे।
- सलमान खान हिट एंड रन केस के दौरान उन्होंने अभिनेता का समर्थन करते हुए बयान दिया था।
- गुलाम अली के कॉन्सर्ट को लेकर भी उनका बयान सुर्खियों में रहा।
- उड़ी हमले के बाद उन्होंने कई बयानों से विवाद खड़े किए।