बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात ‘मोंथा’ और अरब सागर के ऊपर बन रहा
गहरा निम्न दबाव, साथ ही उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में सक्रिय होने
जा रहा पश्चिमी विक्षोभ, मिलकर देश के मौसम का मिजाज पूरी तरह बिगाड़ने वाले हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार से पांच दिनों तक देश का लगभग एक तिहाई हिस्सा भारी बारिश और तेज हवाओं की चपेट में रहेगा।
सोमवार शाम तक बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका है, जिसकी रफ्तार 88 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को यह 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है।
मौसम विभाग भुवनेश्वर की निदेशक डॉ. मनोरमा मोहंती ने कहा, ‘चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मोंथा अब पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है और गोपालपुर से लगभग 550 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में है। इसके उत्तर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और आज एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल चुका है और यह उत्तर उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ना जारी रखेगा और आज शाम या रात के दौरान काकीनाडा के आसपास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश के तट को पार करने की संभावना है। ओडिशा के लिए, गंजम, गजपति, रायगढ़, कोरापुट, मलकानगिरी, नबरंगपुर और कालाहांडी के लिए रेड अलर्ट जारी की गई है जहां बारिश और तेज हवाएं चलेंगी। आम लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।’
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से फोन पर बात कर स्थिति की समीक्षा की और केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।