अमरावती। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को बताया कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के एक भक्त ने अपनी कारोबारी कामयाबी के लिए शुक्रिया अदा करने के लिए 121 किलो सोना दान करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि भक्त जो सोना चढ़ाना चाहता है उसकी कीमत करीब 140 करोड़ रुपये है। यह भक्त अपनी पहचान गुप्त रखना चाहता है। मुख्यमंत्री ने मंगलागिरी में ‘गरीबी उन्मूलन’ (P4) कार्यक्रम में यह बात कही।
भक्त ने देखा था कंपनी शुरू करने का सपना
नायडू ने बताया कि इस भक्त ने एक कंपनी शुरू करने का सपना देखा था। उन्होंने कहा कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की कृपा से उनकी कंपनी न सिर्फ बनी, बल्कि उसने बड़ी कामयाबी भी हासिल की। नायडू ने कहा, ‘इस भक्त ने फैसला किया कि वह अपनी इस तरक्की का श्रेय भगवान को देगा। इसलिए अब वह 121 किलो सोना वेंकटेश्वर स्वामी को अर्पित कर रहा है।’ उन्होंने आगे बताया कि इस भक्त ने अपनी कंपनी के 60 फीसदी शेयर बेचकर 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर कमाए।
120 किलो सोने के गहनों से सजाई जाती है मूर्ति?
नायडू ने कहा कि अपनी इस दौलत का एक हिस्सा वह भक्त भगवान को समर्पित करना चाहता है, क्योंकि उसे लगता है कि यह सब भगवान वेंकटेश्वर की मेहरबानी से हुआ। नायडू ने यह भी बताया कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति को हर दिन करीब 120 किलो सोने के गहनों से सजाया जाता है। जब इस भक्त को यह बात पता चली, तो उसने 121 किलो सोना दान करने का फैसला किया।
तिरुपति में हर साल लाखों भक्त करते हैं दर्शन
भगवान वेंकटेश्वर स्वामी का मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति में स्थित है और इसे दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और धनी मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार वेंकटेश्वर को समर्पित है। हर साल लाखों भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर अपनी भव्यता, आध्यात्मिक महत्व और दान की परंपरा के लिए जाना जाता है। इस मंदिर में भक्त हर साल अरबों रुपये के सोना-चांदी एवं कैश आदि चढ़ाते हैं।