सुभाष मिश्र
चैम्पियंस ट्रॉफ़ी के दुबई में हो रहे इंडिया-न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के फ़ाइनल मैच को अकेले जियो हॉटस्टार पर जब न्यूज़ीलैंड बैंटिग कर रहा था तब 39 करोड़ 20 लाख लोग और भारत की बैंटिग शुरू होते ही 71 करोड़ पाँच लाख लोग जियो हॉटस्टार पर एक समय में देख रहे थे। अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म, स्टेडियम में भी देखने वालों की संख्या कम नहीं थी। मैच खत्म होने तक हॉटस्टार पर इसे 86 करोड़ लोगों ने एक समय में देखा। यह संख्या 144 साल बाद होने वाले कुंभ में डुबकी लगाने वालों से कहीं ज़्यादा थी। यह इस बात को भी बताता है कि भारत में या लोग लोग धर्म की ध्वजा थामे हैं या फिर क्रिकेट के दीवाने हैं। दुबई में हो रहे मैच के दौरान सर्वाधिक दर्शक भारतीय मूल के थे। जबकि इन्हें किसी राज्य सरकार ने अपनी ओर से नहीं भेजा था। ये दीवानगी क्रिकेट के प्रति प्रेम की वजह से थी। क्रिकेट को प्रेम करने वालों में हर जाति, संप्रदाय और आयु समूह , विचारधारा के लोग शमिल थे। देश और क्रिकेटर के फैन अलग-अलग तरीक़े से सज-धजकर, झंडो और पेंटिंग आदि के साथ स्टेडियम में मौजूद थे।
चूँकि, इंडिया ने एक बार इसी चैम्पियन ट्रॉफ़ी में न्यूज़ीलैंड को परास्त कर दिया है इसलिए क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदें भी कुछ ज़्यादा थी। भारत दुबई में कभी वनडे नहीं हारा इसलिए भी उम्मीद कुछ ज़्यादा थी पर जैसे ही रन मशीन कहे जाने वाले विराट कोहली 1 पर आउट हुए वैसे ही पूरे स्टेडियम में सन्नाटा छा गया । राहुल शर्मा के रन के भरोसे भारत ने रनों की भरोसेमंद रफ़्तार बनाये रखी। राहुल के आऊट होने के बाद श्रेयस अय्यर ने 48 रनों की शानदार पारी खेली। अक्षर पटेल ने पारी सँभाली और उनका साथ देने के एल राहुल आये।
भारत में क्रिकेट मैच का जुनून सिर चढ़कर बोलता है। यह मैच स्टेडियम से ज़्यादा टीवी स्क्रीन, सोशल मीडिया पर ज़्यादा देखा जाता है और इसका फार्मेट भी विज्ञापन कंपनियों के लिए स्पोर्टिव है यही वजह है कि क्रिकेट में पैसा भी बहुत है। क्रिकेट की हार-जीत, खिलाडिय़ों के रन और आउट होने को लेकर भी सट्टा बाज़ार और सट्टा खेलने वाले भी सर्वाधिक सक्रिय रहते हैं। 22 मार्च से आईपीएल का 18वां सीजऩ प्रारंभ हो रहा है जिसके ज़रिए से देशभर के नामचीन खिलाडिय़ों के साथ हमारे देश के नवोदित खिलाडिय़ों के साथ सेलिब्रिटीज़ खिलाड़ी भी मौजूद रहेंगे।
भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि धर्म, जुनून और भावना है। यहां क्रिकेट मैच किसी त्योहार से कम नहीं होता, खासकर जब टीम इंडिया मैदान में उतरती है। चाहे आईपीएल हो, टी-20 वल्र्ड कप या भारत-पाकिस्तान का मुकाबला, क्रिकेट हर भारतीय की धड़कनें तेज कर देता है। क्रिकेट मैच को लेकर बनी अमीर खान की फिल्म लगान के ज़रिए से भी इसके जुनून को राष्ट्र भक्ति की चाशनी में पिरोकर बेहतरीन ढंग से दिखाया गया था। मूलत: अंग्रेजों के इस खेल को उनके अधीन देशों ने अपने घरेलू खेल की तरह अपना लिया है। भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफग़़ानिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड, आस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज़, जि़म्बाब्वे, नीदरलैंड आदि देशों में खेला जाता है।
वैसे दुनिया में सबसे ज़्यादा क्रेज फुटबॉल का है और पैसा भी इसमें बहुत है परन्तु भारत में क्रिकेट का क्रेज बाक़ी दुनिया से कुछ ज़्यादा है। ऐतिहासिक गौरव-1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारत ने पहला विश्व कप जीता, जिससे क्रिकेट पूरे देश में लोकप्रिय हो गया। क्रिकेटिंग लेजेंड्स-सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी, विराट कोहली रोहित शर्मा और क्या जैसे खिलाडिय़ों ने देश को गौरव दिलाया।
आईपीएल की लोकप्रियता-इंडियन प्रीमियर लीग ने क्रिकेट को मनोरंजन और ग्लैमर से जोड़कर इसे और भी रोमांचक बना दिया। भारत-पाकिस्तान के मैचों का क्रेज किसी युद्ध से कम नहीं होता। फैंस अपने टीवी स्क्रीन से चिपक जाते हैं और पूरे देश की सड़कों पर सन्नाटा छा जाता है।दोनों देशों में संबंध ठीक नहीं होने के कारण चैम्पियंस ट्रॉफ़ी जो इस बार पाकिस्तान में हो रही थी उसके भारत के मैच दुबई में आयोजित किये गये। क्रिकेट मैच के दौरान ट्विटर और इंस्टाग्राम पर मीम्स, रिएक्शन्स और चर्चाएँ ट्रेंड करने लगती हैं।
क्रिकेट को लेकर हमारे देश में जो पागलपन है उसके कुछ दिलचस्प किस्से हैं जिनमें सचिन तेंदुलकर के आउट होने पर टीवी बंद करना। 90 के दशक में जब सचिन आउट होते थे, तो कई भारतीय अपना टीवी बंद कर देते थे।धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट पर दीवानगी जब भी धोनी हेलीकॉप्टर शॉट मारते थे, तो स्टेडियम में गूंज उठता था, धोनी…धोनी..! 2011 वल्र्ड कप जीतने के बाद सड़कों पर जश्न भारत की जीत के बाद पूरा देश सड़कों पर उतर आया था, मानो कोई बड़ा त्यौहार हो।
भारत-पाकिस्तान मैच के लिए ऑफिस में छुट्टी लेना कई लोग इस हाई-वोल्टेज मुकाबले के लिए ऑफिस या कॉलेज से छुट्टी तक ले लेते हैं। अब क्रिकेट करने वाले क्रिकेट बोर्ड भारत पाकिस्तान तथा सेमीफाइनल, फ़ाइनल मैच छुट्टी के दिन आयोजित किये जाते हैं। टीम इंडिया ने फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर 12 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली है।
भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं की लहर है। यह लोगों को जोड़ता है, खुशी और गर्व देता है और कभी-कभी आंसू भी। जब टीम इंडिया जीतती है तो हर भारतीय का दिल चक दे इंडिया गाने लगता है!