‘ननकी के बोल… खोल रहे पोल..’ किसे कहा हिटलर..कौन है निशाने पर? शासन-प्रशासन में मचा हड़कंप..

रायपुर: पूर्व गृह मंत्री और भाजपा के सीनियर नेता के पत्र ने प्रदेश की राजनीति से लेकर प्रशासनिक महकमे में भी खलबली मचा दी है.
मुख्यमंत्री के नाम लिखे अपने इस पत्र में उन्होंने कोरबा कलेक्टर
पर बड़ा गंभीर आरोप लगाया है.  यहां तक की पूर्व मंत्री  ने कलेक्टर
को हटाने के लिए भी कहा है. और ऐसा न  होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

बीजेपी के सीनियर आदिवासी नेता ननकीराम कंवर हमेशा ही अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते है.  विधायक-मंत्री रहते हुए भी वे कई बार अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल देते थे.  इस बार भी उनकी चिट्ठी ने सनसनी मचा दी है.

कोरबा कलेक्टर अजीत बंसल पर पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने गंभीर आरोप लगाया है. उन्होने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा. उन्होने लिखा कि अजीत बंसल के संरक्षण में घोटाला हुआ है.  पत्र में उन्होने एक नही बल्कि 10 से अधिक मामले के बारे में लिखा. के बारे में लिखा.  उन्होने आरोप लगाया है कि कलेक्टर ने अपने पत्नी चिकित्सक पत्नी को खजिन न्यास मद से चिकित्सक के पद पर पोस्टिंग दिलवाया. लेकिन वो काम पर जाती नही और लाखों रूपए की सैलरी लेती है.

ऐसे कई गंभीर आरोप पूर्व विधायक ननकीराम कंवर ने कोरबा कलेक्टर अजीत बंसल  पर लगाए हैं. पूर्व मंत्री ने लिखा कि कलेक्टर अपने अधिकारों का दुरूपयोग कर रहे हैं. उन्होने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कलेक्टर  को 3 दिन के भीतर कोरबा से हटा दिया जाए. अगर ऐसा नही होता तो शासन-प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

वहीं पूर्व मंत्री के पत्र  से प्रशासनिक महकमें में तो सनसनी मच ही गई है अब राजनीतिक गलियारे में भी पत्र ने बवाल मचा दिया है. कांग्रेस ने इस पत्र के सहारे सरकार पर निशाना साधा है. वहीं पूर्व मंत्री के पत्र  से प्रशासनिक महकमें में तो सनसनी मच ही गई है अब राजनीतिक गलियारे में भी पत्र ने बवाल मचा दिया है.  कांग्रेस ने इस पत्र के सहारे सरकार पर निशाना साधा है.  उन्होने सरकार को आदिवासी अस्मिता से खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया.

यह पहला अवसर नही है जब बीजेपी के वरिष्ठ आदिवासी नेता ननकीराम कंवर ने ऐसे बयान दिए हैं. इससे पहले भी वे अपनी सरकार  के खिलाफ, कभी केंद्र सरकार के खिलाफ सार्वजनिक मंचो या मीडिया  में बयानबाजी कर चुके हैं.

अगस्त 2024 में उन्होने अपने गृहग्राम कनकी में एक अधिकारी को जूते मारने की बात कही थी. साल 2022 में  कोरोकोमा गांव की आम सभा में उन्होने कहा था कि आदिवासियों से अपील करते हुए  कहा था कि यदि  आपके शराब को पुलिस  पकड़ने आएगी.


  तो उनकी पिटाई कर देना ननकी राम कंवर ने झीरम घाटी कांड को लेकर सीबीआई जांच की मांग की थी उन्होने कहा था कि कांग्रेस सरकार यदि घटना की निष्पक्ष जांच चाहती है तो सीबीआई से बैन जाने कब-कब क्या कहा कर उनसे जांच करवाए.

2019 में विधायक रहते हुए श्री कंवर ने झीरम घाटी नरसंहार  के पीछे कांग्रेसियों का ही हाथ बताते हुए कहा था कि कांग्रेस और नक्सलियों में कोई अंतर नही है.

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