पुन्हाना (हरियाणा) | 22 अक्टूबर 2025 एनसीआर के पुन्हाना उपमंडल के ग्राम तिरवाड़ा-नई में आगामी 25 से 27 अक्टूबर तक तीन दिवसीय तब्लीगी इज्तिमा (धार्मिक जलसा) आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर से एक लाख से अधिक मुसलमानों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। इस बड़े आयोजन को लेकर स्थानीय प्रशासन हाई अलर्ट पर है और सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

सबसे खास बात यह है कि इस जलसे में दिल्ली स्थित हजरत निजामुद्दीन मरकज़ से तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के शामिल होने की संभावना है, जिनका संबोधन हजारों की भीड़ सुनने आएगी।
धार्मिक एकता और सामाजिक सुधार का संदेश
आयोजन समिति के मुताबिक, इस इज्तिमा में केवल धार्मिक उपदेश ही नहीं बल्कि समाजिक बुराइयों जैसे नशा, साइबर ठगी, दहेज प्रथा और युवाओं में नैतिक पतन जैसे विषयों पर भी जागरूकता फैलाई जाएगी।
मौलाना यहया करीमी (महासचिव, जमीयत उलमा मुत्तहिदा पंजाब) ने बताया, “यह इज्तिमा केवल इबादत का जरिया नहीं, बल्कि समाज में इस्लामी भाईचारे, सद्भाव और नैतिकता को बढ़ावा देने का एक मंच है।”
जलसे के अंत में करीब 100 जमातें विभिन्न क्षेत्रों में भेजी जाएंगी, जो इस्लामी शिक्षाओं के साथ-साथ समाज में भाईचारा और सद्गुणों का संदेश देंगी।
प्रशासन ने दी अनुमति, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
पुन्हाना के एसडीएम आदित्य ने बताया कि आयोजन समिति को सभी आवश्यक अनुमति दी जा चुकी है। जलसे के लिए पानी, बिजली, ट्रैफिक कंट्रोल, भीड़ प्रबंधन और मेडिकल सहायता जैसी व्यवस्थाओं पर तेजी से काम चल रहा है।
एसडीएम ने कहा, “प्रशासन आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह तत्पर है। स्थानीय लोग भी सहयोग करें, ताकि यह आयोजन शांतिपूर्वक और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।”
तैयारियां जोरों पर
जलसे की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। आयोजन स्थल की साफ-सफाई, पंडाल, रात्रि विश्राम, भोजन व चिकित्सा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में सैकड़ों स्वयंसेवक जुटे हैं।
मदरसा मुईनुल इस्लाम, नूंह के शैखुल हदीस मुफ्ती जाहिद हुसैन ने भी मुसलमानों से इस आयोजन में शिरकत करने की अपील करते हुए इसे ईमानी जिम्मेदारी बताया।
विशेष सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था
- पूरे कार्यक्रम के दौरान स्थानीय पुलिस, होमगार्ड और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात रहेंगी।
- मेवात सहित दिल्ली, फरीदाबाद, पलवल, गुड़गांव, राजस्थान और यूपी से बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद को देखते हुए रूट डायवर्जन और ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है।
- मेडिकल टीम और मोबाइल अस्पताल की व्यवस्था भी की गई है।
निष्कर्ष
तब्लीगी जमात का यह आयोजन केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन, आत्मशुद्धि और समुदायिक एकता का संदेश भी देगा। मौलाना साद की मौजूदगी इसे और भी खास बना रही है। प्रशासन और आयोजन समिति इसे शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।