video conferencing संभागायुक्त ने सडक़ों से आवारा पशुओं को हटाने की समीक्षा की, पांचों जिलों के कलेक्टर वीडियो कॉफ्रेसिंग में हुए शामिल
video conferencing रायपुर। संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग ने आज वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से रायपुर संभाग में सडक़ों से आवारा पशुओं को हटाने, पशुओं के कारण सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने की कार्रवाई गहन समीक्षा की। वीडियो कॉफ्रेसिंग से हुई इस बैठक में पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी सहित संभाग के पांचों जिलों रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, गरियाबंद, धमतरी और महासमुंद के कलेक्टर एवं अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक में संभागायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्गों, शहरी क्षेत्रों की सडक़ों के साथ संभाग की मुख्य सडक़ों पर आवारा मवेशियों का जमावड़ा हटाने के लिए की जा रही कार्रवाई की जिलावार समीक्षा की। डॉ. अलंग ने आवारा मवेशियों को सडक़ों से हटाकर गौठानों, कांजी हाउस या गौशालाओं में रखने के साथ-साथ ग्रामीणों और मवेशियों के पालकों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकालने के निर्देश सभी कलेक्टरों को दिए।
रायपुर संभाग में पिछले एक सप्ताह में 11 हजार से अधिक मवेशियों को सडक़ों से हटाया गया है। इन मवेशियों को बड़े गौठानों, गांव के कांजी हाउस या गौशालाओं में सुरक्षित रखा गया है। मवेशियों के मालिकों से 45 हजार रूपये से अधिक जुर्माना भी वसूला गया है। अब तक की गई कार्रवाईयों पर संतोष जताते हुए संभागायुक्त ने आगे भी कार्रवाई जारी रखने के निर्देश सभी कलेक्टरों को दिए।
बैठक में संभागायुक्त ने गांव-गांव में बने सभी कांजी हाउसों को सक्रिय करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने मवेशियों को रखने वाले गौठानों, गौशालाओं और कांजी हाउसों में चारा-पानी के साथ-साथ पशुओं के इलाज की सुविधा भी सुनिश्चित करने को कहा। जिला कलेक्टरों ने बताया कि आवारा और सडक़ पर बैठे मवेशियों की धर-पकड़ के दौरान उनके गले में रेडियम बेल्ट बांधा जा रहा है, ताकि पशुओं के कारण होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
इसके साथ ही पशुओं की टैगिंग कर उनके मालिकों की पहचान भी की जा रही है, ताकि भविष्य में सडक़ पर बैठे पाये जाने पर पशु टैग से मालिक को चिन्हांकित कर कार्रवाई की जा सके। इसके साथ ही बैठक में नये गौशालाओं के पंजीयन के काम में भी तेजी लाने के निर्देश संभागायुक्त ने दिए।
उन्होंने गांव स्तर पर पशुपालकों से चर्चा कर मवेशियों को खुले में नहीं छोडऩे और उससे होने वाले नुकसान के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने के निर्देश भी दिए।
बैठक में रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री रतन लाल डांगी ने भी अधिकारियों को सडक़ों को मवेशियों से मुक्त कराने के लिए पुलिसकर्मियों का सहयोग करने को कहा। उन्होंने बताया कि गाय स्वभाव सुखी जगहों पर बैठने का होता है, इसीलिए बरसात के दिनों में ज्यादातर गाये सडक़ों पर बैठती है।
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उन्होंने बारिश होने वाले दिनों में सडक़ों पर मवेशियों के बैठने पर ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता बताई। डांगी ने संभाग के सभी जिलों में सडक़ों से मवेशियों को हटाने के लिए सेन्ट्रल कंट्रोल रूम स्थापित करने और उसकी जानकारी व्यापक रूप से आमलोगों तक पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।