शासकीय भूमि में अवैध कब्जा…जांच के लिए रायपुर से पहुंची टीम


बता दें भुंजरंग सहायक पैकरा शासकीय सेवक के द्वारा पुराना टैक्सी स्टैंड के पास स्थित पुराना पीडब्ल्यूडी कार्यालय भवन को तोड़कर कब्जा करने के नियत से पक्का मकान बनाया जा रहा था। 15 सितंबर को सरायपाली वासियों द्वारा शासकीय भूमि से शासकीय सेवक के द्वारा किए जा रहे कब्जा को हटाने धरना प्रदर्शन भी किया गया था। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व,तहसीलदार,नायब तहसीलदार,सीएमओ के द्वारा ठोस कार्रवाई का आश्वासन देने पर धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया था।

जिसके अगले दो दिनों के अंदर ही निर्माण कार्य के लिए रखे मटेरियल को खाली किया गया। तहसीलदार सरायपाली के द्वारा लोक निर्माण विभाग एन एच को उक्त मामले की जानकारी देकर उनके शासकीय जमीन से कब्जा हटाने पत्र व्यवहार किया गया था। जिसके बाद जांच के लिए 29 सितंबर को एसडीओ एन एच रायपुर व उप अभियंता रायपुर की टीम स्थल निरीक्षण व शिकायत की जांच करने सरायपाली पहुंचे थे

जहां मौके पर स्थल निरीक्षण कर आस पड़ोस के लोगों से पंचनामा बनाकर अग्रिम कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। इस मामले को लेकर शिकायतकर्ता सौरभ गोयल ने बताया कि उनके शिकायत पर 12 सितंबर को भुजरंग साय पैकरा के द्वारा अवैध रूप से गेट निर्माण किया जा रहा था,

जिस पर तहसीलदार के द्वारा कड़ा रुख अपनाते हुए सीएमओ सरायपाली को निर्देशित कर जब्ती की कार्यवाही भी की थी। इसके पूर्व उक्त शासकीय भूमि पर किए जा रहे निर्माण कार्य पर भी तहसीलदार के द्वारा स्थगन आदेश जारी किया गया था लेकिन भुजरंग साय पैकरा द्वारा तहसीलदार के आदेश का उल्लंघन करते हुए निर्माण कार्य जारी रखा था। सौरभ गोयल ने बताया कि शासकीय भूमि पर शासकीय सेवक भुजरंग साय जो लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग अनुविभाग रायगढ़ में पदस्थ हैं।

रायगढ़ में पदस्थापना के बावजूद उप अभियंता भुजरंग साय द्वारा अवैध रूप से कब्जा करने के उद्देश्य से पक्का निर्माण पुराने पीडब्ल्यूडी कालोनी में किया जा रहा है। अतिक्रमण को लेकर उप अभियंता भुजरंग साय के विरुद्ध वर्ष 2017-18 में तहसील न्यायालय सरायपाली से जुर्माना और बेदखली का आदेश पारित हो चुका है। बावजूद इसके चालू वर्ष में पुनः निर्माण कार्य किया जा रहा था। जो पूरी तरह से गैरकानूनी है।


तहसीलदार कार्यालय ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यपालन अभियंता को अतिक्रमण हटाने पत्र भेजा है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि उक्त शासकीय भूमि पर किसी भी तरह की विभागीय अनुमति के बिना निर्माण कार्य अवैध है।

बहरहाल उप अभियंता भुजरंग साय पैंकरा द्वारा अनाधिकृत कब्जे और गैर जिम्मेदाराना गतिविधियों को लेकर सरायपाली के लोगों में बेहद आक्रोश व्याप्त हैं। उक्त शासकीय सेवक द्वारा कथित रूप से स्वयं को प्रदेश के मुख्यमंत्री का करीबी रिश्तेदार बताकर लोगों में दहशत फैलाने का कार्य किए जाने की भी शिकायत स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को किए जाने की तैयारी की हैं।

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