:दिपेश रोहिला:
Pahalgam attack
पत्थलगांव । जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों द्वारा 28 सैलानियों की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई, खासकर हिन्दुओं को टारगेट किया गया। जिसके खिलाफ अब पूरे देशभर की आक्रोशित जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर है। देश के बड़े बड़े शहरों से लेकर छोटे छोटे गांव में हमले में शहीद हुए सैलानियों को याद करते हुए कहीं श्रद्धांजलि दी जा रही तो कहीं आक्रोशित होकर नागरिकों द्वारा रैली निकाली जा रही।
जिसे लेकर पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा इंसानियत को दागदार करने का जो कृत्य किया गया, उससे आहत होकर सर्व समाज पत्थलगांव द्वारा शुक्रवार की शाम हरियाणा पंचायती धर्मशाला से नगर के तीनों मुख्य मार्गों में आक्रोश रैली निकाली गई। जिसमें सर्व हिन्दू समाज के प्रबुद्धजन भारी संख्या में शामिल होकर आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाते दिखे। इस दौरान लोगों ने इंदिरा गांधी चौक पहुंचकर “जिस हिन्दू का खून ना खौले, खून नहीं वो पानी है” और “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारे लगाए और शहीदों को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई। वहीं नागरिकों ने प्रशासन को महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के नाम ज्ञापन सौंपा।
दिए गए आवेदन में लिखा है कि पहलगाम जम्मू कश्मीर में घूमने गये पर्यटकों के ऊपर उनका धर्म पुछकर उनके बच्चे एवं पत्नी के सामने बर्बरतापूर्वक आंतकवादियों द्वारा हत्या की गई, जिससे हम सभी आहत हैं। यह केवल एक आंतकी घटना नहीं अपितु भारत की सम्प्रभुवता, एकता, एवं शांति पर कायरतापूर्ण बड़ा हमला है। हम चाहते हैं कि पाकिस्तान प्रयोजित आंतकवाद को पूरी तरह नष्ट कर दिया जाय एवं उन आतंकवादियों को पनाह देने वाले मददगारों के ऊपर भी कठोर कार्यवाही की जाए।
वहीं बबलू तिवारी ने पहलगाम में हुए कायराना हमले की निंदा करते हुए कहा कि 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुआ था। जिसमें 16 जवान शहीद हो गए। जिसके बाद 14 फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गये थे और इस काले दिन को अभी 6 साल 2 माह ही पूरे हुए हैं। वहीं अब जख्मों को कुरेदने का काम इन आतंकवादियों ने किया है जिसका हिसाब भारत सरकार को जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। जिस तरह देश में पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों द्वारा अस्थिरता का माहौल निर्मित कर हिंदुओं को टारगेट करते हुए उनके घर और दुकानों को जलाया जा रहा है, यह एक प्रायोजित कृत्य और षडयंत्र है। अब ऐसे आतंकवादियों की बचीकुची जमीन को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।
इस दौरान हरजीत सिंह भाटिया ने कहा कि अच्छे बुरे और आपराधिक तत्व हर समाज में मिल जायेंगे, लेकिन इंसानियत से मोहब्बत करने वाले लोग आज भी हर समाज में मौजूद हैं। हमें इंसानियत से मोहब्बत करने वाले लोगों के बीच रहना चाहिए और समाज में घृणा एवं नफरत के बीज बोने वालों से दूरी बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आतंकियों के खात्मे के बाद ही शहीद सैलानियों के परिवार को न्याय मिल सकेगा। वर्तमान समय में लोगों को सभी धर्म और जात पात से उठकर आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा हमले के बाद भारत सरकार ने 5 बड़े फैसले लिए हैं जिससे पाकिस्तान बौखला गया है। जहां एक ओर पाकिस्तान में भुखमरी बढ़ती जा रही है तो वहीं दूसरी ओर वैश्विक स्तर पर उसकी छवि धूमिल हो चुकी है। भारत सरकार किसी भी स्थिति में किसी भी प्रकार का निर्णय लेने के लिए तैयार है, साथ ही कई बार पाकिस्तान ने भारत से भिड़कर मुंह की खा चुकी है।
वहीं महेंद्र अग्रवाल,अनिल मित्तल,रोशन प्रताप साय,हरगोविंद अग्रवाल,अनिल अग्रवाल,मयंक रोहिला,डॉ. बीएल भगत,सत्या मिर्रे,गुलशन पांडे,सुनील गर्ग,रवि जायसवाल,साकेत अग्रवाल,आयुष बंसल समेत अन्य ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए सरकार को जल्द से जल्द आतंकवादियों पर सख्त एक्शन लेने की बात कही। इस दौरान नगर की पुलिस प्रशासन यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुस्तैद नजर आई।