Saraswati Shishu Mandir देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को समर्पित बाल दिवस 2022
Saraswati Shishu Mandir भानुप्रतापपुर। सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भानुप्रतापपुर में बाल दिवस पर शनिवार बाल सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भैया कीर्तिनारायण साहू और बहिन माधवी साहू के सफ़ल संचालन से यह बाल दिवस देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की याद दिला दिया।
Saraswati Shishu Mandir उनके जन्मदिन को बच्चों के लिए समर्पित किया जिसे हम बाल दिवस के रूप में मनाते हैं तथा पंडित जवाहरलाल नेहरु को बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कह कर पुकारते हैं। विद्यालय के सभी कक्षाओं के भैया- बहिनों ने घरेलू वेस्ट चीजों से अनेक अनेक प्रकार की मनभावन प्रदर्शनी लगाए।जिसमें सभी भैया- बहिनों की आंतरिक छवि सामने दिखाई दी।
Saraswati Shishu Mandir गीत, नृत्य, हास्य नाटक, भजन, कविता जैसे अनेक प्रकार की सांस्कृतिक कार्यक्रम रखी गई थी जिसमें कक्षा अरुण, उदय के भैया – बहिनों ने बहुत सुंदर प्रस्तुति दी। प्राथमिक विभाग से कक्षा पंचम के भैया – बहिनों ने चाचा नेहरू की याद में गुब्बारे वाले पर सुप्रसिद्ध नाटक कर दर्शको को आकर्षित किया।
Saraswati Shishu Mandir कक्षा चतुर्थ और पंचम के बहिनों द्वारा मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। माध्यमिक विभाग से कक्षा षष्ठ और सप्तम् के बहिनों द्वारा नृत्य किया। बहिन प्रतिभा सलाम द्वारा की गई नृत्य प्रस्तुति मनमोहक रहा। नवदीप एवं साथियों द्वारा शिक्षा को लेकर नाटक प्रस्तुति शिक्षाप्रद रहा। किशोर विभाग से कक्षा दशम् के बहिनों द्वारा शिक्षित आम नागरिक पर विशेष नाटक प्रस्तुति किया गया।
Saraswati Shishu Mandir तरुण विभाग से कक्षा एकादश से सीमा साहू एवं साथियों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर आकर्षित कला दिखाई। कक्षा द्वादश की बहिन अंजू पाण्डे के गीत ने सभी के मन में धुन समा दिये। लीना, अंजना, अंजू द्वारा मनमोहक नृत्य ने सबसे वाह-वाही लूटे। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरस्वती शिक्षा समिति के अध्यक्ष सोमदेव नायक ने सभी भैया – बहिनों के कार्यक्रम को देखकर सराहनीय बताया।
Saraswati Shishu Mandir अनेक गतिविधियों पर भी इसी तरह से रुचि लेने के लिए प्रेरित किये। विद्यालय के प्राचार्य थानुराम सिन्हा ने कम समय में अच्छी प्रयास और मेहनत को सराहना करते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। विशेष अतिथि में प्रमोद साहू एवं योगेश्वर जैन और विद्यालय के समस्त आचार्य एवं दिदियाँ और सभी कक्षाओं के भैया – बहिन उपस्थित थे।