पुलिस की भूमिका कार्यवाही को लेकर संदिग्ध
ओडि़सा का अभी तक का सबसे बड़ा जुआ कांड
दिलीप गुप्ता
सरायपाली। परसों रात खरियार रोड जोंक थानांतर्गत ग्राम चालमुंडा के एक मकान में डीजीपी के निर्देश पर कोरापुट पुलिस अधीक्षक द्वारा दलबल सहित छापामार कार्यवाही करते हुवे 81 जुआडिय़ों को 30 लाख रुपयों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस कार्यवाही के दौरान 32 लक्जरी कार व 19 मोटरसाइकिल को भी जप्त किया गया था। जोंक पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही को आमलोग संदेह की नजर से देख रहे हैं। कार्य में लापरवाही बरतने व कर्तव्यहीनता के आरोप में कल देर शाम डीजीपी द्वारा जोंक थाना प्रभारी गुरुदेव कर्मी को निलंबित कर दिया गया।
ज्ञात हो कि परसो रात जुआ पर की गई कार्यवाही ओडिशा में अब तक कि सबसे बड़ी कार्यवाही है। लोगों का कहना है कि यहां पर काफी दिनों से पुलिस के सरंक्षण में जुआ खिलाया जा रहा था। छापामार कार्यवाही के बाद जिस तरह भारी संख्या में 81 जुआडिय़ों को पकड़ा गया था व मात्र 19 जुआडिय़ों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुवे शेष 62 जुआडिय़ों को निजी मुचलके में छोड़े जाने के बाद ही थाना प्रभारी के कार्यशैली पर सवाल उठने लगे गए थे । आखिर ऐसा क्या कारण था कि सिर्फ 19 जुआडिय़ों को न्यायिक हिरासत में लिया गया व शेष 62 जुआडिय़ों को किस आधार पर थाने से ही जमानत दे दी गई । पुलिस को जुआ खिला रहे सरगना की जानकारी नही होगी यह संभव नही है । कहीं पकड़े गए व जमानत में छोड़े गए जुआडिय़ों में ही तो कोई सरगना नही था ? इसी आधार पर यह चर्चा नगर में सुर्खियां बन गई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) योगेश बहादुर खुरानिया ने आज जोंक पुलिस स्टेशन के आईआईसी गुरुदेव कर्मी को कर्तव्यहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया। डीजीपी कार्यालय से द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, निलंबन की अवधि के दौरान, जोंक पुलिस स्टेशन के आईआईसी पुलिस उप महानिरीक्षक, दक्षिण-पश्चिम, कोरापुट में संलग्न रहेंगे। अधिसूचना में कहा गया है, नुआपाड़ा जिले के जोंक पी.एस. के आईआईसी गुरुदेव कर्मी के खिलाफ उनके घोर कदाचार और कर्तव्य के प्रति लापरवाही के लिए अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी प्रस्तावित है।