मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए रेपो रेट को 5.50% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने तटस्थ रुख अपनाते हुए यह निर्णय लिया है। इसका मतलब है कि ऋणों की EMI में अभी कोई बदलाव नहीं होगा।
मुख्य बिंदु:
– रेपो रेट 5.50% पर स्थिर रखा गया।
– विकास दर (GDP) का अनुमान वित्त वर्ष 2026 के लिए 6.5% रखा गया।
– मुद्रास्फीति (CPI) का अनुमान घटाकर 3.1% कर दिया गया (पहले 3.7% था)।
– नीतिगत रुख तटस्थ बनाए रखा गया।
पिछली दरों में कटौती का असर
RBI ने इस साल फरवरी से जून के बीच कुल 100 आधार अंकों (1%) की कटौती की थी:
– फरवरी & अप्रैल: 25-25 आधार अंकों की कटौती
– जून: 50 आधार अंकों की कटौती
### **महंगाई में राहत**
जून में खुदरा महंगाई दर 2.1% (6 साल के निचले स्तर) पर पहुंच गई थी। खाद्य महंगाई (-)1.06% रही, जिसका कारण सब्जियों, दालों और अनाज आदि की कीमतों में गिरावट थी।
MPC के सदस्य
इस बैठक में RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा, डिप्टी गवर्नर पूनम गुप्ता, कार्यकारी निदेशक राजीव रंजन और तीन बाहरी सदस्यों ने भाग लिया।