:हिंगोरा सिंह:
अम्बिकापुर : अमेरा कोल परियोजना विस्तार अब खूनी संघर्ष का रूप ली लिया है। आज हुई पत्थरबाजी की घटना के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण थाना प्रभारी पुलिसकर्मी पूर्व सरपंच सहित ग्रामीण घायल हो गए हैं। परसोडीकला की ओर अमेरा खदान का विस्तार कार्य विगत दिनों से किया जा रहा है जहां ग्रामीण और पुलिस एवं प्रबंधन के बीच कई बार झड़प हुई ग्रामीणों के द्वारा खदान को भूमि नहीं देने को लेकर अड़े हैं तो वहीं दूसरी ओर कोल प्रबंधन जिला प्रशासन एवं पुलिस को लेकर ग्रामीणों को शांत करने एवं कोयला खनन विस्तार पर जोर देने हेतु कार्य कर रही है।

स्कूली छात्र के गिरफ्तार होने के बाद बढ़ी विवाद
खदान विस्तार को लेकर के विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण के बीच अब खदान के विरोध किए जाने हेतु स्कूल के बच्चे भी अब विरोध में कूद पड़े हैं।जहां ग्रामीणों के विरोध के बीच अपने जमीन को बचाए जाने हेतु स्कूल में अध्यनरत का 12वीं का छात्र भी जब प्रदर्शन एवं विरोध के लिए पहुंचा जहां पुलिस प्रशासन के द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया इसके बाद विवाद और बढ़ गया इसी बीच ग्रामीण और पुलिस प्रशासन के बीच झड़प हुई जहां दर्जनों ग्रामीण सहित पुलिस के जवान भी घायल हुए
इससे पूर्व में भी ग्रामीण और पुलिस प्रशासन के बीच झड़प हुई जहां दर्जनों ग्रामीण को चोटें आई वहीं कई पुलिसवालों को भी नुकसान हुआ.

दागे गए आंसू के इसके बाद भी अड़े रहे ग्रामीण
अब ग्रामीणों के बीच में इतना हौसला बढ़ गया है अपने जमीन को बचाए जाने हेतु की ग्रामीण अपने जमीन को बचाए जाने हेतु प्रदर्शन के दौरान उन्हें प्रशासन की ओर से आंसू के गोले भी कई दागे गए आंसू के गले दागे जाने के बाद भी उन्हें कोई असर नहीं हुआ और लगातार प्रदर्शन करते रहे लेकिन हटे नहीं इसके बाद पुलिस प्रशासन का कड़ा रवैया बनाने के पश्चात धरना स्थल से खदान के ऊपर वाले हिस्से पर जब ग्रामीण चले गए तो मजबूरन पुलिस प्रशासन सहित प्रबंधक को पीछे वापस लौटना पड़ा

सरगुजा में खदान को लेकर आदिवासी ग्रामीण ही क्यों टारगेट में
सरगुजा में उदयपुर परिक्षेत्र जंगल को काटने और जल जंगल जमीन को बचाए जाने हेतु लगातार 15 वर्षों से जारी हड़ताल के बीच ग्रामीण खूनी संघर्ष खेलकर भी नहीं बचा पा रहे हैं इस दौरान रामलाल करियाम को भी अपने जल जंगल जमीन के संघर्ष के दौरान काफी चोटे आई वही आज अमेरा विस्तार कार्य के विरोध के दौरान कई आदिवासी वर्ग के लोगों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा. ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि लगातार सरगुजा असल में जिस प्रकार से कोयला खनन करके विस्तार कार्य सहित कोल खनन कार्य किया जा रहा है इस प्रकार से क्षेत्र में विकास नहीं होने से लोगों में काफी नाराजगी है और इसलिए अपना जमीन नहीं देना चाहते।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसडीओपी थाना प्रभारी से आईटीआई पुलिसकर्मी घायल
पत्थर बाजी की घटना के बाद अंबिकापुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लों एसडीओपी तुलसिंह पत्तावी थाना प्रभारी लखनपुर मनीष सिंह परिहार ,उदयपुर थाना प्रभारी शिशिर कांत सिंह, अश्विनी दिवान, सहित दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। गंभीर रूप से घायल पुलिस कर्मियों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल उपचार हेतु भेजा गया बाकी घायलों का मौके पर प्राथमिक उपचार किया गया।

अमेरा खदान विस्तार को लेकर हुए पूर्व सरपंच लोकनाथ उररे फुलेश्वर राजवाड़े राजेंद्र सिंह, चरण, अनीता सिंह, नंद लाल सिंह, देव चरण राम, दयलाल, मिलन राजवाड़े, भोगली बई, सुनेश्वर रजक, संतोष राजवाड़े, सहित अन्य महिला पुरुष ग्रामीण घायल हो गए।