:रमेश गुप्ता:
रायपुर. भाई-बहन के प्रेम का पर्व है रक्षाबंधन इस दिन बहनें अपने भाई के कलाई में अपने प्रेम का प्रतीक रक्षा सूत्र बांधती है. देश भर में रक्षाबंधन को लेकर उत्साह है. बाजार में अलग-अलग डिजाईन की कई तरह की राखियां सज गई है. रक्षाबंधन के इस उत्साह के बीच सेंट्रल जेल अंबिकापुर से सकारात्मक खबर सामने आई है यहां बंदियों ने राखियां बनाई है. बंदियों द्वारा बनाई गई इन राखियों को जेल में बंद बहनों को उनके भाइयों को भेजने के लिए दिया गया। इस पहल से जेल में बंद बहनों में खुशी की लहर है।

यह रचनात्मक पहल सेंट्रल जेल अंबिकापुर के अधीक्षक अक्षय सिंह राजपूत की है. उन्होने बताया कि जेल की महिला बंदी अक्सर ही अपने भाईयों को राखी भेजने के लिए प्रयासशील रहती है. कई बार ऐसा होता है कि कई बहनें अपने भाई को राखी नही भेज पाती थी. तो बहनों की इस पीड़ा को देखते हुए उन्हे यह ख्याल आया कि क्यों ने जेल में ही राखी का निर्माण कराया जाए. ताकि यहां की बहनें अपने भाईयों को आसानी से और प्रेम के साथ राखी भेज सके.
जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल के पुरूष और महिला बंदियों को राखी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. जिसके बाद बंदी कल्याण के तहत सभी ने मिलकर 400 के आसपास राखी का निर्माण किया.

इन राखियों को मांग के अनुसार भेजा जाएगा. जेल अधीक्षक ने कहा कि बंदी कल्याण और जीविकोपार्जन के लिए भविष्य में ऐसे और भी रचनात्मक कार्य का आयोजन किया जाएगा.
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जेल अधीक्षक के अलावा उप जेल अधीक्षक आरआर मतलाम, सहायक जेल अधीक्षक एके बाजपेयी, सौरभ ए शर्मा व किरण सिंह मरावी उपस्थित थे.