राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को पहलगाम आतंकी हमले के मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. एजेंसी ने दो स्थानीय आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है. जो पाकिस्तान से आए लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकियों को शरण देने में शामिल थे. ये दोनों आरोपी हमले से पहले आतंकियों को ढोक (झोपड़ी) में छिपाने, खाना व हथियार मुहैया कराने के मामले में शामिल पाए गए हैं.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
– परवेज अहमद जोठर – निवासी: बाटकोट, पहलगाम
– बशीर अहमद जोठर – निवासी: हिल पार्क, पहलगाम
जांच में खुलासा:
– इन दोनों ने तीन हथियारबंद आतंकियों को हमले से पहले अपने इलाके में ठहराया।
– आरोपियों ने हमलावरों को नक्शे, स्थानीय जानकारी और लॉजिस्टिक सहायता दी।
– NIA को डिजिटल सबूत और स्थानीय गवाहों के बयान मिले हैं, जो इनकी भूमिका को पुख्ता करते हैं।
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22 अप्रैल का वह खौफनाक हमला
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी पर हुए इस हमले में:
– 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत हुई, 17 घायल हुए।
– आतंकियों ने धार्मिक पहचान पूछकर हिंदू यात्रियों को निशाना बनाया।
– लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने जिम्मेदारी ली।
हमले के बाद की कार्रवाई
– ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान व PoK में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।
– मुख्य हमलावर अभी फरार: चार आतंकी अब भी सुरक्षाबलों की पकड़ से बाहर हैं।
– सुरक्षा एजेंसियों की चुनौती: आतंकियों का स्थानीय नेटवर्क, पहाड़ी इलाकों में छिपने की सुविधा।