रायपुर: मंत्रालय एक ऐसी जगह जहां से पूरे प्रदेश का कामकाज संचालित होता है. लेकिन इन दिनों मंत्रालय में कामकाज ठप पड़ा है. विभागों के दफ्तर खाली नजर आ रहे हैं. वहां सन्नाटा पसरा है. लेकिन इस सन्नाटे के बीच कहीं शोर है तो वो है चुनाव का. मंत्रालय में मंत्रालयीन कर्मचारी संघ चुनाव का जोर इस कदर चढ़ा है जैसे कोई विधानसभा चुनाव हो. मंत्रालय परिसर बैनर-पोस्टरों से लद गया है.

प्रदेश भर से जरूरी काम लेकर आने वाले लोगों को इन दिनों मायुसी झेलनी पड़ रही है. इसका कारण है मंत्रालयीन कर्मचारी संघ का चुनाव . इस चुनाव में पूरा महकमा प्रचार में लगा है. तो लोग पूछ रहे हैं कि आखिर यह चुनाव इतना पावरफुल है क्या कि जनता के हितों को दरकिनार कर दिया गया है. कामकाज छोड़ कर कर्मचारी चुनाव प्रचार में निकल गए हैं.
सारे कर्मचारी पैम्पलेट बांटने में लगे है. बस अटैचमेंट कर्मचारी ही काम कर रहे है. जिस वजह से काम की रफ्तार थम गई है. और प्रदेश की जनता को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.
कब होना है मंत्रालय में चुनाव… कौन-कौन हैं मैदान में..
मंत्रालयीन कर्मचारी संघ का चुनाव 17 सितंबर को होना है. अध्यक्ष पद के अलावा 6 अन्य पदों के लिए 778 वोटर अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव, कोषाध्यक्ष और दो सदस्यों के लिए भी वोटिंग होगी.चुनाव कराने के लिए अवर सचिव राजकुमार चंचलानी को निर्वाचन अधिकारी और गोरेलाल भूआर्य को सहायक निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किए गए हैं.

अध्यक्ष पद के लिए वर्तमान अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत संगवारी पैनल से चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा चंद्रकांत पांडेय नव जागृति पैनल और हीरा चंद बघेल समधान पैनल से प्रत्याशी हैं। कांति सूर्यवंशी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरी हैं.

गढ़कलेवा, डी-गेट के समीप चुनाव संपन्न होगा. अध्यक्ष पद हेतु 4, उपाध्यक्ष-5, सचिव-5, संयुक्त सचिव-5, कोषाध्यक्ष 3 एवं सदस्य हेतु 5 दावेदारी कर रहे हैं.

घोषणा पत्र