:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- गौरवपथ निर्माण के दौरान सभी पुराने विद्युत खम्बो की जगह
नए खम्बे लगाने की योजना थी । इसके लिए में 60 वर्षो से अधिक पुराने
सभी खम्बो को हटाकर नए खम्बे लगाए जाने हेतु निर्देश के तहत नगर में
518 नए खम्बे लगाए गए थे इन खम्बो को लगाए अभी 6 माह भी नही बीते हैं
कि कुछ खम्बे गिरने की स्थिति में पहुंच गए है तो वही लगभग सभी खम्बो
में लगाये गए निकल पालिस की चमक भी धूमिल हो चुकी है ।

ज्ञातव्य हो कि नगर में बढ़ते व सुरक्षित यातायात को देखते हुवे गौरवपथ निर्माण की मांग नगरवासी वर्षो से कर रहे थे । नगर में जो विद्युत खम्बे लगे थे वह 60 वर्षो पुराने हो चूके थे साथ विद्युत तारो को भी बदलने की आवश्यकता को देखते हुवे गौरवपथ निर्माण के साथ ही इन पुराने हो चुके विद्युत खम्बो व तारो को भी हटाने व नए खम्बे व तार लगाए जाने का निर्णय लिया गया । जिसके तहत नगर में लगभग 6:5 किलोमीटर लंबे गौरवपथ से सभी पुराने विद्युत खम्बो को हटाकर 518 नए व ऊंचे खम्बे लगाए गये । इज़के साथ ही पुराने तारो को हटाकर नया तार भी लगाया गया है ।
विद्युत ठेकेदार द्वारा विद्युत खम्बो को लगाए जाने के समय ही घटिया सामग्री का उपयोग करने व निर्धारित प्राक्कलन के अनुरूप कार्य नही करने की शिकायतें की गई थी ।
मजबूती के लिए सीमेंट का उपयोग कम करने व लगातार पानी नही डाले जाने के कारण कुछ विद्युत खम्बे तिरछे हो गए थे जिसे बाद में ठीक किया गया ।
ठेकेदार द्वारा इन नए विद्युत खम्बो में निकल पॉलिस भी लगाया गया था किंतु कामचलाऊ पेंट किये जाने के कारण अधिकांश विद्युत खम्बो से निकल पालिस की चमक लगभग खत्म हो चुकी है । 6 माह के अंदर ही लगाए गए पालिस का निकल जाना भ्रस्टाचार की पोल खोलता है । वर्तमान में इन खम्बो को देखने से ऐसा प्रतीत होता है मानो पिछले कई वर्षों से इन खम्बो को लगाया गया है।

“”आज की जनधारा”” द्वारा समय समय पर समाचार प्रकाशन कर विभाग व नगरपालिका का ध्यान भी आकर्षित कराया गया था । झिलमिला स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के सामने खेत किनारे लगाए गए 2 खम्बो के गिरने का समाचार प्रकाशन के बाद तत्काल गिरने वाले दो खम्बो को 2 अन्य खम्बे लगाकर उसे सहारा दिया गया है । अब उसी स्थान पर फिर एक खम्बा गिरने की कगार पर है ।
इस खम्बे के ठीक बाजू से एक और खम्बा लगा है । इस खम्बे के ठीक बाजू से पानी निकासी का पुल बना हुवा है । खम्बे को पत्थर वगैरह से गाड़ा गया था पर घटिया निर्माण व सामग्री के उपयोग के चलते लगाये गए पत्थर निकलने लगे है । जो कभी भी क्षतिग्रस्त होकर गिर सकता है ।
इसकी जानकारी विद्युत विभाग को दे दी गई है ।