:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- पुराने व जंग लगे विद्युत पोलो पर रंगरोगन लगते देख बड़े तालाब के पास रुककर विधायक चातुरी नन्द ने रुककर निरीक्षण किया । तत्काल एसडीएम को मौके पर बुलाकर इन पोलो को जब्त करने का निर्देश दिया गया । इज़के साथ ही नगर के बड़ा तालाब सौंदर्यीकरण कार्य का औचक निरीक्षण करने आज विधायक चातुरी नंद पहुंचीं तो निरीक्षण के दौरान कार्य की गुणवत्ता, निर्माण सामग्री की स्थिति और कार्य की धीमी प्रगति देखकर विधायक ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) और इंजीनियर को फटकार लगाते हुए कहा कि जनता के पैसों से किए जा रहे विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या हेराफेरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

ज्ञातव्य हो की बड़ा तालाब सौन्दर्यकरण में व्याप्त भ्रस्टाचार व अनियमितताओं के सम्बंध में “आज की जनधारा ” द्वारा कई बार समाचारो का प्रकाशन कर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया था ।इसे भी संज्ञान में लेते हुवे विधायक द्वारा आज अचानक उक्त तालाब का निरीक्षण किया गया था ।
निरीक्षण के दौरान विधायक ने पाया कि परियोजना के अंतर्गत पुराने पोलों को केवल रंग-रोगन कर नया दिखाने की कोशिश की जा रही थी, जबकि टेंडर शर्तों के अनुसार संपूर्ण नवीनीकरण का प्रावधान था। इस पर उन्होंने तत्काल सीएमओ से निर्माण कार्य की संपूर्ण रिपोर्ट मांगी और निर्देश दिया कि प्रत्येक कार्य की तकनीकी जांच कराई जाए।
विधायक ने मौके पर कहा “यह तालाब केवल सरायपाली का सौंदर्य नहीं, बल्कि हमारी पहचान है। जनता के पैसों से विकास कार्य होते हैं, इसलिए हर कार्य में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करना अनिवार्य है। यदि भ्रष्टाचार हुआ है, तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।”

विधायक के निरीक्षण के दौरान एसडीएम सरायपाली भी मौके पर मौजूद रही। विधायक चातुरी नंद ने एसडीएम को घटिया निर्माण से अवगत कराया और इसकी थर्ड पार्टी जांच करके रिपोर्ट आने के बाद कार्य शुरू करने निर्देशित किया।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले विधायक चातुरी नंद ने दिनांक 21 अक्टूबर 2025 को संचालक, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, छत्तीसगढ़ शासन, रायपुर को पत्र लिखकर “बड़ा तालाब सौंदर्यीकरण कार्य में हो रहे भ्रष्टाचार एवं घटिया निर्माण” की तथ्यात्मक शिकायत दर्ज कराई थी।
पत्र में विधायक ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया था कि लगभग ₹96 लाख की लागत से चल रहे कार्य में अनियमितताएं, घटिया सामग्री का उपयोग, निर्माण में पारदर्शिता का अभाव और गुणवत्ता जांच की कमी पाई गई है।
उन्होंने विभाग से अनुरोध किया था कि निर्माण कार्य की स्वतंत्र तकनीकी जांच, संबंधित अधिकारियों एवं ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय करने और जनता के पैसों का दुरुपयोग रोकने की मांग की थी। विधायक ने पत्र के माध्यम से विधायक से यह भी मांग किया था कि आगे से सभी निर्माण कार्यों की नियमित तकनीकी निरीक्षण रिपोर्ट शासन स्तर पर भेजी जाए।

विधायक का सख्त रुख
विधायक चातुरी नंद ने स्पष्ट कहा कि वे किसी भी भ्रष्टाचार या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगी।
उन्होंने कहा “एक ओर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते है दूसरी ओर प्रदेश में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। सरायपाली नगर पालिका के अंतर्गत ना केवल बड़ा तालाब सौंदर्यीकरण में घटिया निर्माण कार्य कराया जा रहा है बल्कि गौरव पथ निर्माण, पानी टंकी निर्माण सहित विभिन्न कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों को लगातार शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होना बताता है कि सरकार ऐसे घटिया निर्माण को बढ़ावा देने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि जनता ने हमें विकास के लिए जनादेश दिया है, और उस विश्वास को हम किसी भी कीमत पर टूटने नहीं देंगे। तालाब सौंदर्यीकरण जैसी योजनाएं शहर की पहचान से जुड़ी होती हैं, इसलिए इसमें पारदर्शिता सर्वोपरि है। विधायक ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में वे नगर पालिका के अन्य निर्माण कार्यों का भी औचक निरीक्षण करेंगी और हर विभाग से जवाबदेही तय कराएंगी।
निरीक्षण के दौरान पूर्व पार्षद सुरेश भोई, कांग्रेस नेता कमल अग्रवाल,विधायक प्रतिनिधि दीपक साहू, सुरेश पटेल, विजय यादव, केशव अग्रवाल, अनस खान, वरिष्ठ पत्रकार दिलीप गुप्ता, सौरभ सतपथी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्तागण और नगरवासी मौजूद रहे।