Nazool Kee Zameen Par Kaabij : एक जोन में 5300 लोग नजूल की जमीन पर काबिज
– राजीव आश्रय योजना के तहत सर्वे में मिले कब्जेधारियों का आंकड़ा
– रायपुर में नजूल की जमीन पर करीब २५ हजार लोग हैं काबिज
विशेष संवाद्दाता
Nazool Kee Zameen Par Kaabij :रायपुर। शहर से आउटर तक नजूल की जमीन पर कब्जाधारियों को लेकर चौंकाने वाली हकीकत सर्वे में आई है। रायपुर में नजूल की जमीन पर करीब 25 हजार लोग अपना घर या झोपड़ी बनाकर रहते हैं। इनमें 5300 से अधिक लोग रायपुर के आउटर इलाके यानि जोन 10 के 7 वार्डों में नजूल की जमीन पर रहते हैं। वहीं, जोन 5 का इलाका है, जहां करीब 3200 लोग ने नजूल की जमीन पर रहते हैं और पट्टा के लिए आवेदन किया गया है।

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तीसरे नंबर पर जोन 7 और जोन 8 के वार्डों में नजूल की जमीन पर काबिज लोग हैं। इन दोनों जोन के वार्डों में 2900 और 2912 लोग नजून की जमीन पर काबिज हैं। राजीव गांधी आश्रय योजन के तहत नजूल की जमीन का सर्वे होने पर कब्जेधारियों का यह आंकड़ा सामने आया है।

इन्हें मिलेगा नजूल की जमीन का पट्टा
जानकारी के मुताबिक राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत 19 नवंबर 2018 से नजूल की जमीन पर काबिज लोगों को ही पात्र माना जाएगा। यह योजना के तहत सर्वे में नजूल की जमीन पर करीब 25 हजार कब्जाधारी मिले हैं। इन लोगों ने जमीन पट्टा के लिए आवेदन किया है। ऐसे लोग जो नाले या तालाब की जमीन पर कब्जा किए हैं, वे पट्टे के लिए पात्र नहीं होंगे।
700 वर्ग फीट का मिलेगा पट्टा
जानकारी के मुताबिक राजीव आश्रय योजना के तहत सामान्य रूप से 450 वर्ग फीट की जमीन पट्टे पर दी जाएगी। अगर झुग्गीवासी इससे अधिक की जमीन पर निवास कर रहा है तो उसे अधिकतम 700 वर्ग फीट की जमीन का मालिकाना हक मिलेगा।

इन इलाकों में मिले कब्जोधारी
जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन की तरफ से रायपुर निगम सीमा के सभी जोन, बिरगांव के सभी वार्ड, आरंग, अभनपुर, गोबरा-नवापारा, खरोरा, कूरा, माना, तिल्दा के इलाकों में नजूल की जमीन पर रहने वाले कब्जेधारियों को लेकर सर्वे किया गया। इसमें २५ हजार कब्जेधारी मिले हैं।
15 रुपये के हिसाब से विकास शुल्क
जानकारी के मुताबिक राजीव आश्रय योजना के तहत जो भी पात्र परिवारों को पट्टा मिलेगा, उन्हें 15 रुपए प्रति वर्गफीट के हिसाब से विकास शुल्क देना होगा। पट्टा पात्र को ही मिलेगा और पट्टा परिवार के बालिग महिला सदस्य के नाम से ही रहेगा।

चल रही है प्रक्रिया
अपर कलेक्टर बीबी पंचमाई ने बताया ने बताया कि नजूल की जमीन पर कब्जेधारियों का सर्वे किया गया है, जिसमें करीब २५ हजार कब्जेधारी मिले हैं। प्रत्येक पट्टेधारी से १५ रुपए शुल्क लिया जाएगा। पट्टा देने की प्रक्रिया चल रही है।